राज्य की अवहेलना से हो सकती है पार्टी में नकरात्मक असर

कोलकाता। पहले से ही बेहाली की कगार में पहुंची प्रदेश कांग्रेस में तब मायूसी के साथ सन्नाटा छा गया जब कांग्रेस के नव गठित कार्य समिति में राज्य के किसी नेता का नाम शामिल किया गया। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस में मायूसी के साथ ही असंतोष है। आरोप है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की जो नई कार्य समिति घोषित की थी उसमें इस राज्य के किसी नेता का नाम नहीं है। यहां तक कि स्थायी अथवा विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में भी बंगाल के किसी नेता को नहीं लिया गया। इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस के कुछ नेता नाखुश बताये जा रहे हैं। आम तौर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को आमंत्रित सदस्य के तौर पर कार्य समिति में शामिल किये जाने की परंपरा रही है लेकिन इस बार बंगाल से एक भी नाम शामिल नहीं किये जाने से प्रदेश नेताओं ने हैरानी प्रकट की है। प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह दर्शाता है कि पार्टी हाई कमान की नजर में बंगाल इकाई की अहमियत लगातार कम होती जा रही है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस की पहली पंक्ति के नेताओं को दिल्ली बुला कर उनके साथ बैठक की थी। ऐसे में कांग्रेस के अंदर ही यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर हाई कमान ने बंगाल के नेताओं को पूरी तरह कैसे नजरअंदाज कर दिया। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि उनकी राय में बंगाल के किसी नेता को कार्य समिति में जगह दी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि इससे राज्य इकाई के मनोबल पर क्या असर पड़ेगा, यह बाद की बात है लेकिन बंगाल के लोगों को यह बात अच्छी नहीं लगेगी। प्रदेश कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता सौमेन मित्र ने कहा कि सामान्यतया ऐसा होता नहीं है। चूंकि हाई कमान ने फैसला ले लिया है, इसलिए इस पर अब कोई भी टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। हालांकि इस पूरे मामले पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने चुप्पी साध रखी है।लेकिन इतना तो तय है कि बिना आग के धुंआ नही होता है।

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