भद्रेश्वर,बांसबेरीया, बांकुड़ा, खरदा, वैदबाटी, पानीहाटी, चम्पाहाटी का भी आया नाम

कोलकाता। राज्य के लोगों के लिये यह चिंता की खबर है कि देश के 10 सबसे गंदे नगरपालिका क्षेत्रों में से सात ऐसे क्षेत्र है जो इस राज्य के हैं। स्वच्छता रैंकिंग में आज ही जारी किये गये सर्वेक्षण के अनुसार रविवार को जारी हुई देशभर की 25 सबसे गंदे शहरों की सूची में 19 शहर  बंगाल के हैं। जारी इस आंकड़े में बताया गया है कि राज्य के जलपाईगुड़ी, मालदा, वर्दवान, हुगली और उत्तर तथा दक्षिण 24 परगना जिले के 19 शहर देश में सबसे गंदे शहरों की सूची में शामिल हैं। यह भी दावा किया गया है कि न तो आम लोग और न ही नगरपालिका साफ-सफाई को लेकर सचेत है। सबसे गंदे नगरपालिका क्षेत्रों में में उत्तर प्रदेश, बिहार और उड़ीसा के नगरपालिका क्षेत्र भी शामिल हैं। केंद्र द्वारा जारी की गई स्वच्छता रैंकिंग में इस बात की जानकारी मिली है। बता दें कि पिछले साल यूपी का गोंडा 434 रैंक के साथ सबसे गंदा नगरपालिका क्षेत्र था। इस साल गोंडा ने 1 लाख से ज्यादा आबादी वाले नगरपालिका क्षेत्रों में 228वीं रैंक हासिल की है। पश्चिम बंगाल ने इस साल पहली बार स्वच्छ सर्वेक्षण में हिस्सा लिया है। देश भर के 4203 नगरपालिका क्षेत्रों में यह सर्वे हुआ था। इस रिपोर्ट को शनिवार को पीएम मोदी ने जारी किया। दौर और भोपाल अपनी पिछले साल की पॉजिशन फिर से हासिल करने में कामयाब रहे हैं। वहीं चंडीगढ़, पुणे और विजयवाड़ा 10 सबसे साफ शहरी क्षेत्रों में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। इस लिस्ट में सूरत, तिरुचिरापल्ली और वड़ोदरा काफी पीछे चले गए हैं। चंडीगढ़ जहां पिछले साल 11वीं रैंक पर था, वहीं इस बार लिस्ट में तीसरी रैंक हासिल की है। वहीं नई दिल्ली म्युनिसिपल कांउसिल ने पिछले साल सातवीं रैंक पाई थी, वहीं इस बार चौथे नंबर पर रही है। तिरुपति पिछले साल नौवें नंबर पर थी, वहीं इस साल छठी पॉजिशन हासिल की है। लिस्ट में नवीं मुंबई एक रैंक फिसलकर 9वें नंब पर है। मैसूर जहां पिछले साल पांचवे नंबर पर था, वहीं इस साल आठवें नंबर पर रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी पिछले साल की रैंकिग 32 से सुधरकर 29वें नंबर पर है। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने बताय कि यह सर्वे सभी शहरों के बीच एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का हिस्सा है। इस सर्वे में देश की आम जनता की भागीदारी को भी काफी महत्व दिया जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत का सपना अब दूर नहीं है। उन्होंने कहा, ‘पिछले चार साल में हमने शहरी और ग्रामीण इलाकों में 8.3 करोड़ टॉयलअ बनाए हैं।’ इस राज्य के गंदे क्षेत्रों में विशेष कर भद्रेश्वर,बांसबेरीया, बांकुड़ा, खरदा, वैदबाटी, पानीहाटी, चम्पाहाटी का विशेष उल्लेख है।
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