सरकार ने दिया सीआईडी जांच का निर्देश

पुरुलिया/कोलकाता। राज्य के पुरुलिया जिले में एक और भाजपा कर्मी का शव मिला है। पुरुलिया के डाभा गांव में भाजपा कर्मी का शव बिजली के खंभे से लटका हुआ मिला। जानकारी के मुताबिक शव 32 वर्षीय भाजपा कार्यकर्ता दुलाल कुमार का है। भाजपा ने दुलाल कुमार की मौत के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि दुलाल का किसी पार्टी से संबंध था या नहीं, इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। पुलिस के अनुसार मामले की जांच को सौंप दी गई है।दूसरी तरफ, दुलाल कुमार का शव मिलने के बाद भाजपा नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया है।उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, ‘हम शर्मिंदा हैं! मैंने कल रात बंगाल के एडीजी (लॉ एण्ड ऑर्डर )अनुज शर्मा से बहुत देर बात की.बलरामपुर के दुलाल की जान खतरे में है, यह बताते हुए उनसे किसी भी हाल में उसे बचाने के लिए अनेक बार कहा। उन्होंने मुझसे कहा था कि पुलिस पूरी ताकत से कोशिश कर रही है और मैं स्वयं पूर्ण प्रयास करूंगा। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा,’एडीजी के पूर्ण प्रयास के बाद भी आखिर पुरुलिया जिले में बीजेपी कार्यकर्ता दुलाल की लाश भी सुबह टॉवर पर लटकी हुई मिली है! हम शर्मिंदा हैं! शायद प्रजातन्त्र भी शर्मिंदा है!’. गौरतलब है कि, इससे पहले पिछले बुधवार यानी 29 मई को पुरुलिया के ही जंगल में त्रिलोचन महतो का लटका हुआ शव मिला था। आरोपियों ने हत्या कर लाश को पेड़ से टांग दिया था। भारतीय जनता पार्टी ने इसे राजनीतिक हत्या बताया था. 20 साल के त्रिलोचन महतो की लाश घर के पास ही नायलॉन की रस्सी ने लटकती मिली। इतना ही नहीं, त्रिलोचन महतो ने जो टी-शर्ट पहनी थी, उसपर एक पोस्टर चिपका मिला जिसपर लिखा था कि भाजपा के लिए काम करने वालों का यही अंजाम होगा। भाजपा नेताओं का दावा है कि हालिया पंचायत चुनाव में बीजेपी की ओर से त्रिलोचन की सक्रिय भागीदारी के कारण ही उसकी हत्या की गई है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यकर्ता की संदिग्ध हत्या को लेकर पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने ‘कम्युनिस्ट शासन की हिंसक विरासत’ को पीछे छोड़ दिया है.’ अमित शाह ने ट्वीट कर कहा था कि भाजपा के युवा कार्यकर्ता त्रिलोचन महतो की जिंदगी ‘राज्य के संरक्षण में छीन ली गई’ क्योंकि उनकी विचारधारा ‘राज्य प्रायोजित गुंडों’ से भिन्न थी. उन्होंने ट्वीट किया, ‘राज्य के बलरामपुर में हमारे युवा कार्यकर्ता त्रिलोचन महतो की निर्मम हत्या से गहरा दुख हुआ. संभावनाओं से भरा एक युवा जीवन राज्य के संरक्षण में बर्बरता से छीन लिया गया. उन्हें पेड़ से लटका दिया गया, क्योंकि उनकी विचारधारा राज्य प्रायोजित गुंडों से अलग थी.’

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