सुरजीत पुरकायस्थ संभालेंगे स्टेट सिक्यॉरिटी एडवाइजर का पद

कोलकाता। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देश में पहली बार नैशनल सिक्यॉरिटी अडवाइजर (एनएसए) की तर्ज पर प्रदेश स्तर पर स्टेट सिक्यॉरिटी एडवाइजर (एसएसए) का पद बनाया है। इस पद पर उन्होंने पुलिस महानिदेशक सुरजीत कर पुरकायस्थ की नियुक्ति की है। बता दें, वह 31 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इसके बाद डीजीपी सुरजीत पुरकायस्थ स्टेट सिक्यॉरिटी अडवाइजर का जिम्‍मा संभालेंगे। उनके पास प्रदेश की सुरक्षा और कानून से जुड़ी सारी शक्तियां होंगी। राज्‍य सरकार की ओर से 24 मई को जारी की गई अधिसूचना में कहा गया है कि एसएसए पुरकायस्‍थ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रमुख सुरक्षा समन्वयक के तौर पर ही काम नहीं करेंगे बल्कि उनके पास ‘रणनीतिक हस्तक्षेप’ की भी शक्तियां होंगी। वह सुरक्षा से जुड़े मुद्दों में सीधे हस्तक्षेप कर सकेंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एसएसए प्रदेश से जुड़े सुरक्षा के हर मुद्दे के प्रस्ताव का परीक्षण करेंगे। इससे पहले यह शक्तियां डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) के पास होती थीं लेकिन अब यह शक्तियां एसएसए के पास होंगी। उन्‍होंने कहा, एसएसए एक तरीके से डी फैक्‍टो गृहमंत्री का काम करेंगे।’ एसएसए सीधे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को रिपोर्ट करेंगे। उनका कार्यकाल तीन साल का होगा। उसके बाद प्रदेश सरकार उन्हें फिर से सेवा विस्तार दे सकेगी। राज्‍य सरकार के आदेश में कहा गया है कि स्‍टेट इंटेलिजेंस ग्रिड तैयार किया जाएगा और इसके लिए ढांचा एसएसए पुरकायस्‍थ उपलब्‍ध कराएंगे। यह नैशनल इंटेलिजेंस ग्रिड की तरह से होगा। बता दें, इसी तरह की पहल पंजाब सरकार के सीएम अमरिंदर सिंह ने की थी। उन्होंने चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी का पद बनाया था। पहली बार पंजाब में गठित किया गया यह पद केंद्र सरकार के कैबिनेट सेक्रेटरी के बराबर था। वहीं यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी इस तरह की पहल की थी। उन्होंने रिटायर्ड अधिकारी शशांक शेखर सिंह को प्रदेश का कैबिनेट सेक्रेटरी बनाया था।

Spread the love
  • 3
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
    3
    Shares
  •  
    3
    Shares
  • 3
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •