राज्य भर में चुनावी हिंसा में 19 लोगों की मौत, 60 से ज्यादा घायल
जमकर धांधली, बुथों पर कब्जा के साथ बमबाजी व हमले
खुली सुरक्षा दावों पर चुनाव आयोग की पोल

फिरोज आलम, जाकीर अली, जेपी शर्मा, जयदीप यादव

कोलकाता। राज्य में पंचायत चुनाव शुरु से ही विवादों में रहा और जैसा की आशंका व्यक्त की जा रही थी ठीक वहीं हुआ। पंचायत चुनाव में जमकर हिंसा की घटनाएं घटी व खबर के लिखे जाने तक कम से कम 19 लोगों की मौत हो चुकी थी। ऐसे में मतदान के दौरान सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल ही गई। राज्य के तमामम जगहों से मतदान के दौरान भारी हिंसा की घटनाएं घटी। अलग-अलग स्थानों पर हुई झड़पों में लगभग 60 से अधिक लोग घायल हो गए हैं जबकि 19 लोगों की जान चली गई है। राज्य के कई हिस्सों से बूथ कैप्चरिंग, वोटरों को धमकाने और बैलट इधर-उधर करने की घटनाएं सामने आ आई । हिंसा के बीच राज्य में ……फीसदी मतदान हुआ है। बैरकपुर में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को चाकू मार दिया गया। उन्हें जब अस्पताल ले जाया गया तब तक उनके पेट मे चाकू लग हुआ था। आखिरकार उनके जख्म जानलेवा साबित हुए। उधर, उत्तरी 24 परगना में एक बम धमाके में 20 लोग घायल हो गए। इससे पहले कूचबिहार में दो गुटों के बीच झड़प में 20 लोग घायल हो गए थे। उत्तर दिनाजपुर में कुछ लोगों ने बैलट बॉक्स को ही आग के हवाले कर दिय। जबकि उत्तरी 24 परगना के अमडंगा के साधनपुर में एक देसी बम फट गया। घटना में 20 लोग घायल हो गए। उधर, बीरपाड़ा से सामने आए एक विडियो में कथित तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ता एक पोलिंग बूथ के बाहर लोगों को वोट डालने जाने से रोकते हुए दिख रहे हैं और भांगर में टीएमसी पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगे हैं। अमडांगा के ही पांचपोटा में बम धमाके में एक सीपीएम कार्यकर्ता की मौत हो गई जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। अमडंगा के कुलताली में एक टीएमसी कार्यकर्ता आरिफ गाजी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उधर, उलुडंगा में बम धमाके में पांच लोग घायल हो गए। इससे पहले शनिवार माकपा कर्मी देबू दास और उसकी पत्नी ऊषा दास को जलाकर मार डालने की घटना भी सामने आई है। बताया गया है कि उनके घर को आग लगा दी गई थी जिसमें दोनों की मौत हो गई। पार्टी ने घटना के लिए टीएमसी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं कूचबिहार में दो गुटों के बीच झड़प में करीब 20 लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों ने उन पर हमला करने का आरोप तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगाया है। उन्होंने बताया, ‘हम वहां वोट करने गए थे लेकिन टीएमसी के लोगों ने लाठियों से हम पर हमला कर दिया।’ सभी घायलों को एमजेएन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। वहीं, टीएमसी कार्यकर्ता अनीरुल होसैन को कथित बीजेपी कार्यकर्ता ने गोली मार दी। घायल होसैन को गंभीर अवस्था में अस्पताल ले जाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। उधर, महीशकुची में बीजेपी पोलिंग एजेंट प्रभात अधिकारी को हमले में गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। कूचबिहार के ही बूथ नंबर 8/12 में पुलिस के सामने ममता सरकार में मंत्री रबींद्रनाथ घोष ने एक भारतीय जनता पार्टी समर्थक को थप्पड़ जड़ दिया। यही नहीं, वहां मौजूद घोष के समर्थकों की भीड़ और एक पुलिसकर्मी ने सुजीत कुमार दास नाम के समर्थक को बाहर किया। घटना का विडियो सामने आने से घोष पर सवाल किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि घोष बूथ पर वोट डालने नहीं गए थे क्योंकि वह उस इलाके के निवासी भी नहीं हैं। ऐसे में उनकी वहां मौजूदगी और एक व्यक्ति को मारने को लेकर वह सवालों के घेरे में हैं। बिलकांडा में बीजेपी उम्मीदवार राजू बिस्वास पर कथित टीएमसी कार्यकर्ताओं ने चाकू से हमला कर दिया। हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें फौरन पानीहाटी स्टेट जनरल अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज चल रहा है। दक्षिण चौबीस परगना जिले के भांगड़ से भी हिंसा की खबरें हैं। यहां मीडिया को निशाना बनाया गया है। खबरों के मुताबिक मीडिया के वाहन को आग के हवाले कर दिया है और कैमरों को भी तोड़ दिया गया है। मीडिया कर्मियों को क्षेत्र के अंदर दाखिल नहीं होने दिया जा रहा। भांगर में ही स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। बड़ी संख्या में मौजूद भीड़ ने रास्ता जाम कर दिया। गुस्साए लोगों का आरोप था कि टीएमसी कार्यकर्ता बूथ कैप्चरिंग का प्रयास कर रहे थे। उधर, बीरपाड़ा में भी मीडिया पर हमला किया गया। यहां पहले बूथ कैप्चरिंग को अंजाम दिया गया और फिर करीब पांच स्थानीय पत्रकारों को घायल कर दिया गया। यही नहीं, बीरपाड़ा में कुछ लोगों ने बूथ नंबर 14/79 पर जारी वोटिंग में व्यवधान डालने की कोशिश की। बताया गया है कि ये लोग कथित तौर पर टीएमसी कार्यकर्ता थे। सामने आए एक विडियो में बड़ी संख्या में लोग वोटरों को बूथ के अंदर दाखिल होने से रोकते दिख रहे हैं। उधर पश्चिम मिदनापुर में भी कथित टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को वोट डालने से रोके जाने की खबर है। उधर नाडिया जिले के शांतिपुर में एक बाहरी व्यक्ति को बूथ कैप्चरिंग करते हुए पाया गया तो भीड़ ने पीट-पीटकर उसकी जान ले ली। मुर्शीदाबाद में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं में झड़प इस हद तक बढ़ गई कि बैलट पेपर ही तालाब में फेंक दिए गए। विवाद बढ़ने पर वोटिंग रोक दी गई। उधर, बीरपाड़ा के मदारीहाट में कथित टीएमसी कार्यकर्ताओं ने बैलट में हेरफेर करने की कोशिश की। गौरतलब है कि चुनाव के लिए नामांकन के समय से ही राज्य का अलग-अलग हिस्सों में हिंसा की घटनाएं सामने आ रही थीं। इसके मद्देनजर चुनाव के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है और असम, ओडिशा, सिक्किम और आंध्र प्रदेश से लगभग 1,500 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।

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