कोलकाता। राज्य में के अलग अलग जगहों में आज आयी आंधी-तूफान के दौरान बिजली गिरने से कुल सात लोगों की मौत हुई है। केवल बीरभूम जिले में आज आयी आंधी-तूफान में बिजली गिरने से एक किशोर और उसकी मां समेत तीन लोगों की मौत हो गयी है। आंधी के कारण जगह-जगह पेड़ भी उखड़ गये। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीरभूम के मालारपुर ब्लाॅक के खारासिनपुर गांव में आज सुबह एक घर पर बिजली गिरने से मां और उसका बेटे की झुलसकर मौत हो गयी। घर की छत पर जब बिजली गिरने से आग लगी तो मां-बेटा सोये हुए थे। बिजली गिरने से मुर्शिदाबाद में भी दो लोगों की झुलसकर मौत हो गयी। यहां तूफान ने आम के बागानों और खड़ी फसल को तबाह कर दिया।आंधी से बीरभूम में रेल सेवाएं भी प्रभावित हुई। रेल की पटरी के पास बिजली के तार पर पेड़ गिरने से रेल सेवाएं प्रभावित हुई। मरम्मत कर्मियों द्वारा क्षतिग्रस्त तार की मरम्मत करके पेड़ को वहां से हटाया गया।जबकि भरतपुर व नवादा में बिजली गिरने के कारण तीन लोगों की मौत हुई है। राज्य के नदिया, बर्दवान और उत्तरी 24 परगना जिलों से भी तूफान की खबरे आयी हैं। राज्य सचिवालय नवान्न में यह जानकारी आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से दी गई है। इसमें बताया गया है कि बर्धमान, हुगली नदिया और उत्तरी 24 परगना के विशाल क्षेत्रों में 24 घंटे के अंदर तेज बारिश और आंधी ने सैकड़ों घरों को तोड़ दिया है। हजारों पेड़ गिर गए हैं। इन जिलों के बगदारा मालीपोटा, कनियारा, बाजितपुर समेत कई गांव तूफान की चपेट में आने के कारण काफी प्रभावित हुए हैं। सबसे अधिक नदिया जिले का रानाघाट क्षेत्र प्रभावित हुआ है। रानाघाट-कृष्णनगर समेत कई बस मार्ग बंद हैं। तूफान प्रभावित क्षेत्रों में यातायात के अलावा संचार का ढांचा भी क्षतिग्रस्त हुआ, जिसके कारण कई इलाकों का संपर्क टूट गया है। कूचबिहार में भी इस तूफान का असर हुआ है।मौसम विभाग की ओर से बताया गया है कि गुरुवार व शुक्रवार को भी कुछ इलाकों में इसी तरह से आंधी तूफान आने की आशंका है। आपदा प्रबंधन की टीम ने प्रभावित इलाकों में शिविर लगाया है ताकि पीड़ित लोगों को सुविधाएं मुहैया कराया जा सके। उल्लेखनीय है कि राज्य में तूफान की वजह से अब तक कुल 22 लोगों की मौत हो चुकी है।
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