नौकरी बहाली की मांग को लेकर दिया धरना

कोलकाता। बांग्ला नव वर्ष के आखरी दिन लगता है भुक्तभोगी कंप्यूटर शिक्षकों के सब्र का बांध जैसे टूट गया। राज्य के शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी के घर के सामने कंप्यूटर शिक्षकों ने नौकरी पर बहाली की मांग को लेकर शनिवार को धरना-प्रदर्शन किया। ये सभी राज्य में विभिन्न सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के कंप्यूटर शिक्षक थे। ये साढ़े छह हजार शिक्षक इनफार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी के तहत स्कूलों में काम कर रहे थे। उनका मासिक भत्ता 5000 रुपये था। 31 मार्च को उन्हें नोटिस मिला, जिसके अनुसार उन्हें नौकरी से हटा दिया गया। इसके बाद से ही नौकरी पर बहाली सहित अन्य मांगों को लेकर वे अनशन पर बैठ गए। पुरुलिया में लगभग 24 दिनों तक उनका अनशन चला। आज वे कोलकाता में पार्थ चटर्जी के घर के समने धरना देने पहुंचे। इसके बाद पांच सदस्यों का एक प्रतिनिधि दल चटर्जी से मिलने उनके घर में गया। इस बैठक में शिक्षा मंत्री ने उनसे 17 अप्रैल तक का समय मांगा और मामले की जांच का आश्वासन दिया। इसके साथ ही शिक्षामंत्री ने शिक्षकों से अनशन समाप्त करने का भी आग्रह किया। प्रदर्शनकारियों में शामिल सूर्य घोष ने बताया कि हम पांच सालों से काम कर रहे हैं। कई विभागों के चक्कर काटे लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। स्कूलों में कक्षा पांच से लेकर 12 तक के बच्चों को कंप्यूटर सिखाया और आज हमें बेरोजगार बना दिया गया। बहरहाल मामले पर राज्य के शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी ने खबर लिके जाने तक अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
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