मारना था मनोज शुक्ला लेकिन गलती से मारा गया पंकज

कोलकाता। रांची के लोहरदगा के भाजपा जिला कोषाध्यक्ष पंकज कुमार गुप्ता हत्याकांड के एक शूटर मैदुल लश्कर को पुलिस ने महानगर कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है। दूसरा शूटर असलम फरार है। मैदुल को असलम ने ही एक लाख रुपए की सुपारी देकर रांची बुलाया था। मैदुल ने पुलिस को बताया कि उसने ही पीछे से पंकज गुप्ता को गोली मारी थी। फिर असलम ने गुप्ता पर गोलियां चलाईं। उसे विकास तिवारी गिरोह के प्रमुख सदस्य मनोज शुक्ला को गोली मारनी थी, लेकिन पहचान कराने वाले ने गलती कर दी। उसने बताया कि हाल ही में नगड़ी में कोयला रैक की लोडिंग शुरू हुई है। यहां श्रीवास्तव गिरोह पर मनोज शुक्ला भारी पड़ रहा था। इसीलिए अमन श्रीवास्तव उसे रास्ते से हटाना चाहता था। अमन ने अपने गिरोह के शूटर असलम को इसकी जिम्मेदारी दी। असलम ने उसे कोलकाता से रांची बुलाया। असलम के पास काफी हथियार थे, जिसे वह हिंदपीढ़ी में छिपाकर रखा था। वह हत्या वाले दिन रांची आया। असलम के साथ था। जैसे ही पता चला कि मनोज शुक्ला नगड़ी जाने वाला है, दोनों बाइक से नगड़ी के रामलाल स्वीट्स के पास पहुंच गए। लेकिन पहचानने में चूक हो गई और मनोज की जगह पंकज को गोली मार दी। दरअसल, लोहरदगा के भाजपा जिला कोषाध्यक्ष पंकज लाल गुप्ता (55) की रविवार सुबह पिस्का नगड़ी रेलवे क्रॉसिंग के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने उनकी कनपटी पर सटाकर गोली मारी। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। जमीन पर गिरने के बाद भी उन पर तीन गोलियां चलाई गईं, जिनमें से दो गोलियां लगीं। रापंकज गुप्ता ने यहां रेलवे स्टेशन के पास जमीन खरीदी थी। उसका बाउंड्री वॉल बनाया जा रहा था। इसके लिए वे तीन दिनों से लगातार पिस्का नगड़ी आ रहे थे। रविवार सुबह वे लोहरदगा से ट्रेन से यहां आए।
Spread the love
  • 1
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
    1
    Share
  •  
    1
    Share
  • 1
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •