कोलकाता। महानगर कोलकाता सहित राज्य भर में राम नवमी के पर्व को लेकर उत्साह के साथ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में आरोप प्रत्यारोप की राजनीति जारी है। राजधानी में सत्ताधीर दल तृणमूल और विपक्ष ने तमाम आयोजन कराए।भाजपा ने जहां इन आयोजनों को बंगाल के ‘हिन्दुओं को इकट्ठा’ करने की दिशा में कदम बता रही है, वहीं सत्ताधारी दल टीएमसी पर समुदाय विशेष के तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है।इन सबके बीच विश्व हिन्दू परिषद के नेता महासचिव सुरेंद्र जैन ने ममता की तुलना मारीच से कर दी। बता दें कि मारीच रावण का सहयोगी था। उन्होंने कहा कि ममता, रामायण के पात्र मारीच जैसी भूमिका निभा रही हैं। ममता हिन्दू समाज को बेवकूफ बना रही हैं। हालांकि अब उनका सच सबके सामने आ गया है। जैन ने कहा कि बंगाल की जनता समझ गई है कि उनकी ये तुष्टीकरण की राजनीति लंबे समय तक टिकने नहीं देगी, जिसके चलते उन्होंने राम नवमी मनाने का फैसला किया है।पक्ष और विपक्ष के कार्यक्रमों के बीच जिला और शहर पुलिस ने सभी पुलिस स्टेशनों को सतर्क कर दिया है। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) समेत सभी संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। राज्य के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अनुज शर्मा ने कहा कि, ‘जुलूस के दौरान शांति बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।’ दूसरी ओर भाजपा नेता सायंतनु बसु ने आरोप लगाया है कि ममता सरकार मोहर्रम के मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को हथियार ले जाने की अनुमति दी थी जबकि रामनवमी के आयोजनों में तमाम तरह की रोक लगाई जा रही है।

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