नदीमुल हक, शांतनु सेन, अबीर विश्वास, शुभाशीष चक्रवर्ती निर्विरोध निर्वाचित

Nadimul Haque

कोलकाता। राज्यसभा के लिए सुबह को पश्चिम बंगाल विधानसभा में मतदान शुरू होते ही तृणमूल के सभी 4 उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं। इसके लिए आवश्यक संख्या बल से अधिक संख्या में तृणमूल विधायकों के होने के कारण चारों उम्मीदवारों की जीत निर्विरोध सुनिश्चित हुई। हालांकि तृणमूल द्वारा समर्थित कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी को रोकने के लिए माकपा व तृणमूल कांग्रेस के विधायकों के बीच जंग जारी है। राज्यसभा की पांच सीटों के लिए शुक्रवार को सुबह नौ बजे से मतदान शुरू हो गया। सभी दलों के विधायक वोट डालने के लिए लाइन में खड़े दिखे। तृणमूल के चार प्रत्याशी नदीमुल हक, शांतनु सेन, अबीर विश्वास, शुभाशीष चक्रवर्ती निर्विरोध निर्वाचित हो गए। नदीमूल हक दूसरी बार राज्यसभा के सदस्य बनें हैं। वहीं तीन नए चेहरे को तृणमूल ने राज्यसभा भेजा है। इस बार तृणमूल ने राज्यसभा से सांसद व एक बड़े मीडिया हाउस के मालिक विवेक गुप्ता का पत्ता काट दिया है। कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता अभिषक मनु सिंघवी को प्रत्याशी बनाया है तथा तृणमूल ने उन्हें समर्थन देने की घोषणा कर दी है। कांग्रेस व तृणमूल के अतिरिक्त विधायकों की संख्या मिलाकर अभिषेक मनु सिंघवी का राज्यसभा में जाना तय है। हालांकि उन्हें रोकने के लिए माकपा दम लगा रही हैं। वहीं माकपा ने वाममोर्चा की ओर से राबिन देव को उम्मीदवार बनाया है। तृणमूल प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन का पहले ही एलान कर चुकी हैं। एेसे में माना जा रहा है कि यदि क्रॉस वोटिंग नहीं हुई तो सिंघवी भी जीत जाएंगे। क्योंकि, वाममोर्चा के बाद जीत के लिए जितने वोट जाहिए उससे काफी कम है। हालांकि, कांग्रेस के पास भी आवश्यक वोट नहीं है। भाजपा के तीन और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के तीन विधायक हैं। बताया गया है कि भाजपा इस बार राज्यसभा चुनाव की वोटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे हालांकि पहाड़ की पार्टी गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के 3 विधायकों ने विपक्ष के साथ जाने का ऐलान किया है। बावजूद इसके माकपा प्रत्याशी का जीतना लगभग मुश्किल है।

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