तृणमूल के कृष्णा सांतरा ने सबसे पहले खोला जीत का खाता
जगदीश यादव
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के मतगणना परिणामों के रुझानों के बाद पूरे राज्य में कहीं खुशी कहीं मातम जैसा माहौल साफ देखा जा रहा था। कारण राज्य में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल रुझानों में काफी चल रही थी तो वाममोर्चा-कांग्रेस गठबंधन काफी पिछे। ऐसे में परिणामों के अधिकारिक तौर पर घोषणा से पहले ही तृणमूल के कर्मी-समर्थक हरे रंग के अबीर उड़ाते हुए जश्न मना रहें थें। वहीं विरोधी खेमा में मायूसी था। जबकि खबर के लिखे जाने तक आरामबाग से तृणमूल के कृष्णा सांतरा ने राज्य में जीत का खाता सबसे पहले खोला। यानी गुरुवार को ईबीएम से निकले परिणाम यहां किसी के लिए खुशी तो किसी के लिए गम बनकर आए। हालांकि वाम-कांग्रेस गठबंधन रुझान में बढत पर उनके समर्थक भी जीत जश्न मनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी, तो वहीं कुछ नेता इस बार अपने-अपने घरों में ही परिवार के साथ टीवी से चिपके रहें। गुरुवार सुबह जैसे की मतगणना शुरू हुई , वैसे वैसे उम्मीदवारों की भी धड़कनें तेज होती चली गई। कई उम्मीदवार अपनी जीत को लेकर बड़े-बड़े दावे करते दिखे तो कइयों के चेहरों पर चिंता की लकीर दिखी।
वैसे गणना से पहले राज्य के कई बड़े तृणमूल नेताओं के चेहरों पर तनाव पसरा रहा । जैसे तृणमूल रुझानों में आगे बढ़ती रही उक्त नेताओं के चेहरों पर खुशी लौट आई थी तो किसी के चेहरों पर निराशा। जबकि यहां मतदान केंद्रों के बाहर प्रत्याशी व उनके समर्थकों जीत को लेकर अपने अपने देवी-देवताओं से भी प्रार्थना करते हुए दिखें।