बोध गया धमाके में संलिप्तता का आरोपी

इस माह दबोचे गये आतंकियों से मिला नूर का सुराग 

कोलकाता/मुर्शिदाबाद। कोलकाता पुलिस एसटीएफ को फिर जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के एक आतंकी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। मिली जानकारी में बॆताया जा रहा कि गिरफ्तार किये गये आतंकी का नाम नूर आलम है और इसे मुर्शिदाबाद के धुलियान से दबोचा गया है। कोर्ट में पेश करने उक्त आतंकी को आज बैंकशाल कोर्ट ने 10 दिनों की पुलिस हिरासत में रखने का निरेदेश दिया है।माना जा रहा है कि नूर बोध गया बम धमाके में लिप्त है। इससे पहले गिरफ्तार किये गये आतंकियों से पूछताछ के बाद ही नूर आलम का नाम सामने आया है। एसटीएफ ने नूर के पास से कई दस्तावेज बी जब्त किया है। ज्ञात रहे कि इसी माह के पहले सप्ताह में  फरक्का के समरेश गंज के रतनपुर गर्मा से एसटीएफ ने जेएमबी के एक आतंकी अजहर शेख उर्फ रुबेल को गिरफ्तार किया था। उक्त आतंकी को एसटीएफ ने बड़ी चालाकी से घेरा और फिर धर दबोचा।  गिरफ्तार के पास से 100 राउण्ड कारतूस, एक मैगजीन व 25 किलो के लगभग विस्फोटक भी बरामद किये गये थें। अजहर को लोग इलाके में वाहन चालक के तोर पर जानते हैं। लेकिन एक आतंकी के आरोप के तहत गिरफ्तारी से लोग अजहर के इस क्रियाकलाप पर हैरान हैं।  ज्ञात रहे कि इससे पहले भी कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने कई दिन पहले जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश ( जेएमबी)के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम शेख पैगंबर (24) और शेख जमिरूल (31) है। इनके पास से 50 किलो विस्फोटक भी एसटीएफ ने बरामद किया है। गिरफ्तारों संदिग्ध दो आतंकियों में एक मुर्शिदाबाद व एक फांसीवाद का निवासी है। ज्ञात रहे कि पटना में दलाई लामा के सफर के दौरान धमाके की जो घटना घटी थी उक्त घटना में इनके हाथ बताये जा रहें है। बहरहाल पुलिस गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ कर रही है। गिरफ्तारों को  आज बैंशाल कोर्ट में पेश किया गया कोर्ट द्वारा इन्हें 15 फरवरी तक पुलिस हिरासत में रखने का निर्देश दिया गया था। बता दें कि पिछले माह बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के बोधगया दौरे के समय वहां प्लांट किए गए इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) विस्फोटक मामले में संदिग्ध तौर पर संलिप्त जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के दो आतंकियों को कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गिरफ्तार किया गया है। पैगंबर की गिरफ्तारी मुर्शिदाबाद से हुई है, जबकि जमिरूल को सिलीगुड़ी के फांसीदेवा से दबोचा गया है। इनके पास से 50 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया था। इसका इस्तेमाल सबसे खतरनाक विस्फोटक के तौर पर किया जाता है। बोधगया में गत 19 जनवरी को आइईडी मिलने के बाद जांच में जुटी एनआइए व बिहार पुलिस से सूचना मिलने के बाद आतंकियों के बंगाल के सीमा में छिपे होने के मद्देनजर स्पेशल टास्क फोर्स भी समानांतर जांच कर रही थी। इस बीच गुप्त सूचना मिलने के बाद बुधवार को एसटीएफ ने छापेमारी कर इन्हें धर दबोचा है। प्राथमिक पूछताछ में दोनों ने यह स्वीकार कर लिया है कि बोधगया में आइईडी लगाने वाले आतंकियों की टीम में ये दोनों भी शामिल थे। वहीं नूर के भी इस धमाके में लिप्तता की जानकारी मिली है।
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