पुलिस पर सख्त हुई कलकत्ता हाईकोर्ट

कोलकाता। एकदम हिंदी फिल्मों की तरह ही पुलिस को मटियाबुर्ज में तब पिटाई का समाना करना पड़ा जब पुलिस कथित तौर पर यहां अगवा कर रखी गयी एक किशोरी को बरामद करने आयी थी। लेकिन उल्टे पुलिस को ही लेने के देने पड़़े। ऐसे में पस्त पुलिस  को लौट कर थाने में आना पड़ा। कलकत्ता हाई कोर्ट में एस सफाई कर्मी बिनोद दास ने फरियाद करते हुए उक्त जानकारी दी कि किस तरह से उक्त मामले में पुलिस नाकाम साबित हुई है। कोर्ट को बिनोद ने बताया कि मटियाबुर्ज के एक मकान में उनकी नाबालिगा बेटी को एक युवक मिन्टू ने अगवा कर रखा है और पुलिस उनकी बेटी को बरामद नहीं कर पा रही है। बिनोद की फरीयाद को सुनकर हाई कोर्ट में सन्नाटा पसर गया और न्यायाधीश डी. बसाक द्वारा निर्देश दिया गया है कि तुरंत ही संयुक्त पुलिस कमिश्नर (अपराध) खुद जाकर उक्त किशोरी को बरामद करें। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बिनोद अपनी पत्नी की मौत के बाद से अपनी बेटी के साथ गार्डेनरीच के मेहर मंजिल इलाके में मौसी के घर में रहता है। गुजरे वर्ष माध्यमिक परीक्षा में उक्त किशोरी को बैठना था। लेकिन जून माह की 9 तारीख को उक्ट किशोरी लापता हो गयी। दूसरे दिन बिनोद को पता चला कि उसकी बेटी को मिंटू व उसके पिता कुरबान ने जबरन अगवा कर रखा है। बिनोद गार्डेनरीच थाने में गया। नेकिन शिकायत के आठ माह बाद भी पुलिस उक्त किशोरी को बरामद नहीं कर सकी। ऐसे में बिनोद ने कोर्ट का रुख किया।
Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •