पुणे का निवासी बताने वाला आरोप निकाला बांकुड़ा का निवासी
सीएम के अवास में तैनात सुरक्षा कर्मियों में हड़कंप
इससे पहले भी दीदी के सुरक्षा में हुई है छेद

कोलकाता। सीएम ममता बनर्जी के सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मी तब हैरत में रह गये जब एक कथित डाक्टर ने फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे उनसे मुलाकात की कोशिश की। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास में स्वयं को डॉक्टर बताकर घुसने की कोशिश करने वाले एक व्यक्ति को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। इस गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि 30 वर्षीय व्यक्ति ने खुद को पुणे के एक संस्थान का चिकित्सक बताकर ममता बनर्जी से मिलने की कोशिश की।पुलिस के मुताबिक उक्त शख्स ने पहचान पत्र के आधार पर ममता से मिलने का समय मांगा था लेकिन सत्यापन की प्रक्रिया में यह आईडी कार्ड फर्जी निकला। पुलिस के मुताबिक उक्त शख्स ने राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए सीएम से बात करने पर पश्चिम बंगाल के निवासी के रूप में पहंचान हुई ।इसके बाद आईडी के फर्जी मिलने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और उसे कालीघाट पुलिस स्टेशन में ले जाकर पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि व्यक्ति के पास से कई दस्तावेज बरामद किए गए जिसमें उसकी पहचान पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले के निवासी एस के आइनल के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक व्यक्ति से पूछताछ में अब तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि वह मुख्यमंत्री आवास में क्यों जाना चाहता था, इस कारण अधिकारी लगातार उससे इस संबंध में पूछताछ करने में जुटे हुए हैं। इस दौरान जब सुरक्षा में तैनात अधिकारियों को उस पर शक हुआ तो उन्होंने उक्त शख्स के आईडी कार्ड का सत्यापन कराया। बहरहाल सीेम की सुरक्षा को और ज्यादा बढ़ा दिया गया है। वहीं सुरक्षा एजेंसिया मामले की जांच में जुट गयी है। बता दे कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब सीेएम ममता बनर्जी की सुरक्षा में छेद हुआ हो। गुजरे वर्ष 24 जुलाई को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के पास से दो हथियारबंद महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था। भारी सुरक्षा के बावजूद ये ममता बनर्जी के घर तक कैसे पहुंची, तब पुलिस के लिए चिंता की बात हो गयी थी। कोलकाता पुलिस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार इस दिन सुबह दो महिलाओं को सीएम ममता बनर्जी के कालीघाट आवास के पास से गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों महिलाओं के नाम सुंदरी सिंह सद्दार एवं सुजाता सिंगुरा नाम हैं. दोनों महिलाएं पुरूलिया के बाघमुंडी इलाके की रहने वाली थी। इन दोनों महिलाओं ने स्वीकार कर लिया लिया था कि वे माओवादी हैं। मुख्यमंत्री आवास के आस पास आने के कारण के पीछे उनका कहना है कि वे आत्मसमपर्ण करना चाहती थीं। इसलिए मुख्यमंत्री के घर के आस पास मंडरा रही थी। वे मुख्यमंत्री के सम्मुख आत्मसमपर्ण करना चाहती थी। वे इंतजार में थीं कि मुख्यमंत्री अपने आवास से निकले एवं वे उनके कदमों में अपने आग्नेयास्त्र का समपर्ण कर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो जाये।

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