कोलकाता। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की पश्चिम बंगाल इकाई में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर अनबन उस समय खुलकर सामने आ गई जब पार्टी की कोलकाता जिला इकाई ने गठबंधन-विरोधी धड़े के पक्ष में वोट किया.पार्टी सूत्रों ने बताया कि तीन दिवसीय लम्बी चर्चा के बाद सीपीएम की कोलकाता जिला समिति के सदस्यों ने कांग्रेस के साथ गठबंधन के कट्टर आलोचक के रूप में पहचान रखने वाले कल्लोल मजूमदार के पक्ष में वोट किया.

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 मजूमदार वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मानव मुखर्जी को छह वोटों से पराजित कर जिला समिति के नए सचिव बनें. मजूमदार को 32 वोट मिले जबकि मुखर्जी को 26 मत प्राप्त हुए.सीपीएम की राज्य इकाई के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि यह राज्य के नेतृत्व के लिए एक झटका माना जा रहा है जो कांग्रेस के साथ गठबंधन के पक्ष में आधार तैयार कर रहे थे.सीपीएम के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा, पोलितब्यूरो के सदस्य बिमान बोस और कई अन्य शीर्ष नेता जिला समिति बैठक के दौरान मौजूद थे. बोस और मिश्रा दोनों को कांग्रेस के साथ सामंजस्य बैठाने का पक्ष लिए जाने के रूप में जाना जाता है. नवगठित 60 सदस्यीय जिला समिति में 15 नए चेहरे हैं जिसमें 35 वर्ष की कम उम्र के कई नेता शामिल हैं.

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