राष्ट्रीय झंडे के लिये करेंगें कोर्ट का रुख

कोलकाता। tiranga metiaburzगंणतंत्र दिवस के अवसर पर ग्राम सेवा संघ को तिरंगा रैली की अनुमति नहीं देने पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा व लोगों ने गणतंत्र दिवस के दिन मटियाबुर्ज थाने का घेराव करते हुए घंटों थाने के सामने सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्राम सेवा संघ की ओर से भगवानजी झा ने आरोप लगाते हुए बताया कि द्वारा प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी 26 जनवरी को तिरंगा यात्रा करने की अनुमति प्रशासन से 22 जनवरी को ही मांगा गया था लेकिन 25 को शाम में अचानक थाने से फोन कर रैली की अनुमति न मिलने की सूचना दी गई।इसके बाद सदस्यों ने डीसी पोर्ट के यहां जाकर अपनी बात रखा लेकिन वहां से भी अनुमति नही दी गई। ऐसे में ग्राम सेवा संघ के सदस्यों ने मटियाबुर्ज थाने के पास प्रदर्शन किया। झाने बताया कि अब सोमवार को अनुमति के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। ग्राम सेवा संघ के सदस्यों के आरोप की माने तो स्थानीय वार्ड 137 के पार्षद रहमत अंसारी की शह पर पुलिस ने तिरंगा रैली की अनुमित नहीं दी। जबकि उक्त रैली का आयोजन विगत 3 सालों से 15 अगस्त व 15 जनवरी को होता रहा है। ग्राम सेवा संघ के सदस्यों ने हैरत प्रकट करते हुए कहा कि हम आजाद देश में किस व्यवस्था में रह रहें हैं जहां हमे अपने देश के झंडे की रैली की अनुमित नहीं मिलती है। यह तो इस देश के झंडे तिरंगे का अपमान ही है। आरोप है कि उक्त रैली का आयोजन पिछले 3 वर्षो से लगातार केशोराम कॉटन मिल्स कॉलोनी से शुरू होकर खस्सी गली, कालीबाबा मैदान, मैरी रोड, पानी टंकी, रेललाइन, बड़तल्ला, अकड़ा फाटक होते हुए अजय माठ (मैदान) तक किया जाता है। रैली के लिये ग्राम सेवा संघ के तरफ से 22 जनवरी को गार्डेनरीच , मटियाबुर्ज थाना, राजाबगान थाना, रबिंद्रनगर थाना में आवेदन किया गया। जिसका रिसीविंग उन्होंने उसी दिन दे दिया। 23 और 24 जनवरी को सदस्यों के पास थानो से फ़ोन करके रैली की जानकारी ली गयी। ग्राम सेवा संघ के अनुसार अंत में

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26 जनवरी को तय समय पर सभी सदस्य हाथों में तिरंगा थामे रैली स्थल की ओर बढ़ने लगे, पर उन्हें रैली स्थल से पहले मटियाबुर्ज थाने के पास ही रोक दिया गया। और किसी भी कीमत पर रैली नही करने की चेतावनी एसी पोर्ट आसिफ़ जमाल द्वारा दी गयी तथा रैली करने करने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी पुलिस द्वारा दी गयी। रैली में शामिल होने मटियाबुर्ज के आकड़ा फाटक से आये राहुल कुमार शाव और अक्षय गिरी के ऊपर असामाजिक तत्वों द्वारा जानलेवा हमला भी किया गया और उनकी बाइक तोड़ दी गयी। राहुल शाव को इस हमले में गंभीर चोटे आई है। सोमवार को कोर्ट खुलने के बाद न्यायलय से परमिशन लेकर पुनः रैली की जायेगी। रतन सिंह,अक्षय गिरी, बबलू शाव, सोनू केशरी, शम्भू शाव, राहुल कुमार शाव, प्रदीप शर्मा, आकाश जैसवाल, सुरोजित वर्मा, मुलायम राय, राजेश राय सहित सैकड़ो समर्थक मटियाबुर्ज थाने के पास शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी में शामिल थे। इधर मामले पर पार्षद रहमत अंसारी ने कहा कि मेरा इस मामले से लेनादेना नहीं है। मामला बच्चो के झगड़े का है। कुछ लोग तिरंगे की आड़ में राजनीति कर रहें है जो कि काफी निंदनिय है। हम हिंदुस्तानी हैं और देश से बड़ा कोई नही है।

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