कोलकाता। भारत आैर बांग्लादेश के बार्डर के रिश्तों का बढ़ावा देने के लिए दूसरी यात्री बस सेवा की शुरूआत की गर्इ है जो अगरतला आैर त्रिपुरा से कोलकाता होते हुए ढाका जायेगी। इस बस सर्विस का नाम मैत्री-2 रखा गया है। लाल रंग की इस बस को त्रिपुरा के रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के अध्यक्ष राजेंद्र रियांग और आमदार रतन दास ने अगरतला से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस वाल्वों बस में ट्रैवल करने के लिए लोग बहुत उत्साहित थे। बस यात्रियों ने इस पहल की सराहना की आैर कहा कि ये सबसे अच्छा आैर सुरक्षित माध्यम है क्योंकि अब हम सीधे बांग्लादेश जा सकेंगे। बता दें कि इस बस सर्विस को इस उम्मीद से शुरू किया गया है कि इससे बांग्लादेश से हमारे रिश्ते अच्छे होंगे आैर लोगों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी। त्रिपुरा में रह रहे बंगालियों की संख्या ज्यादा है। इसलिए त्रिपुरा का बांग्लादेश आैर पश्चिम बंगाल के बीच में गहरा रिश्ता है। रतन दास ने कहा कि भारत-बंग्लादेश आैर त्रिपुरा बांग्लादेश के बीच में तब से रिश्तें है जब देश आजाद नहीं हुआ था आैर न ही भारत का बटवारा हुआ था तबसे जब हम सब एक ही भारत का हिस्सा हुआ करते थे। लोग अपने घर, जमीन काे छोड़कर यहां बसे हुए है आैर इन्हें मिलाने का एक मौका मिल रहा है। तो टीआरटीसी ने ये जो दूसरे साल में दूसरी बस सर्विस का शुरू किया है मेरा मानना है कि ये एक बड़ी उपलब्धि है। ये बस सेवा से दोनों देेशों के लिए उपयोगी होगी।इससे लोगों के समय की बचत के साथ आर्थिक फायदा भी होगा। बता दें कि ये बस एक सप्ताह में दो बार त्रिपुरा से बांग्लादेश के लिए जायेगी। इसका किराया सिर्फ 2200 रु है आैर ये मात्र 20 घंटे में ये बस लोगों को त्रिपुरा से बांग्लादेश पहुंचा देगी। कोलकाता से अगरतला के बीच की दूरी करीब 1,650 किलोमीटर है। इसके साथ ही रियांग ने कहा कि इस पहल से दोनों देशो के रिश्तों मे सुधार जरूर होगा।आपको बता दें कि पहली मैत्री बस सर्विस काे 2015 में शुरू किया गया था आैर इसके तीन साल बाद दूसरी मैत्री बस सर्विस की शुरूआत इस उम्मीद से की गर्इ है कि दोनों देशों के बीच के रिश्तों मे सुधार हाेगा। हालांकि काेलकाता आैर ढाका बस लिंक को जून 1999 में शरू किया गया था। सितंबर 2003 में एक अलग अगरतला-ढाका सेवा शुरू हुई। हवार्इ सुविधा न मौजूद होने के कारण त्रिपुरा आैर पश्चिम बंगाल के लिए बस सेवा सबसे लाेकप्रिय माध्यम है।

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