होटल से चम्मचें चुरा कर अपनी जेबों में डाला

दुनिया भर में शर्मनाक हरकतों की निंदा

कोलकाता। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ लंदन की आधिकारिक यात्रा पर गए इन पत्रकाराें में एक से इस चोरी के लिए 50 यूरो का हर्ज़ाना भी वसूला गया। जी हां, लंदन गए पत्रकारों की शर्मसार कर देने वाली हरक़त का ख़ुलासा हुआ है। खबरों के मुताबिक़ लंदन के आलीशान होटल में रात्रिभोज के दौरान इन पत्रकारों ने चांदी की चम्मचें, छुरी-कांटे तक चुरा लिए। वह भी तब जबकि उनकी हर हरक़त सीसीटीवी (क्लोज सर्किट टेलीविजन) कैमरों में लाइव रिकॉर्ड हो रही थी। ख़बर की मानें तो इस हरक़त के लिए एक पत्रकार से 50 यूरो (लगभग 3,805 रुपए) का हर्ज़ाना भी वसूल किया गया है। ख़बर के अनुसार होटल का स्टाफ़ उस समय भौंचक्का रह गया जब उसने देखा कि बनर्जी के साथ रात्रिभोज की टेबल पर बैठे पत्रकार चांदी की चम्मचें, छुरी-कांटे चुराकर अपने बैगों में डाल रहे हैं। बताया जाता है कि सबसे पहले एक प्रतिष्ठित बांग्ला समाचार पत्र के संवाददाता ने चम्मच उठाकर अपनी जेब में डाली। एक अधिकारिक सूत्र ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि वह संवाददाता नियमित रूप से मुख्यमंत्री के साथ विदेश दौरे पर जाता रहता है। ख़बर के मुताबिक़ उस संवाददाता को देख दूसरे कई मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधि भी यही सब करने लगे। उन्हें यह भी भान नहीं रहा कि उनकी हरक़त पर नजर रखी जा रही होगी और पकड़े जाने पर उनके साथ मुख्यमंत्री को भी अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। बताते हैं कि पत्रकारों की हरक़त को सीसीटीवी के जरिए लाइव देख रहे होटल स्टाफ़ के सदस्यों में पहले कुछ समय तक यह चर्चा होती रही कि सुरक्षा अलार्म बजाकर स्थिति से निपटा जाए. पर इससे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सम्मान और गरिमा को ठेस लगती। इसलिए यह विचार टाल दिया गया. क्योंकि रात्रिभोज पर बनर्जी के साथ भारत और ब्रिटेन के कई गणमान्य अतिथि भी वहां मौजूद थे। लिहाज़ा रात्रिभोज के बाद होटल स्टाफ़ ने संबंधित पत्रकारों के पास जाकर उन्हें धीरे से बताया कि उनकी चोरी पकड़ी गई है। सब कुछ कैमरे में रिकॉर्ड हो चुका है। बताया जाता है कि इतना सुनते ही लगभग सभी पत्रकारों ने चोरी के चम्मच, छुरी-कांटे बैग से निकालकर वापस कर दिए। लेकिन एक पत्रकार इस बात पर अड़ा रहा कि उसने चोरी नहीं की है। तब होटल स्टाफ़ काे उससे सख़्ती बरतनी पड़ी। बहरहाल इस घटना से दुनियां भर में पत्रकार वर्ग की किरकिरी हो रही है।

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