जगदीश यादव

सुंदरबन। वनदेवी को लेकर हमारे कथा कहानियों में कुछ दर्ज है। लेकिन अगर बात jagdish yadav 13पश्चिम बंगाल की करें तो यहां विशेषकर सुंदरबन के दुर्गम इलाकों में वनदेवी बनबीबी के रुप में पूजीं जाती हैं। यह एक ऐसी देवी हैं जिसे हिंदु व मुसलमान सम्प्रदाय के लोग समान रुप से पूजते हैं और यह देवी इनके लिये खास हैं। फिर चाहे बंगाल में स्थित सुंदरबन का हिस्सा हो या फिर बांग्लादेश। हर जगह बनबीबी समान तौर पर वंदनीय हैं। दो दशक से ज्यादा के पत्रकारिता जीवन में दक्षिण चौबीस परगना जिले को काफी करीब से देखने का अवसर मिला। जाहिर है कि सुंदरबन की बनबीबी मेरे लिये भी पूज्यनीय रहीं क्योंकि तमाम बार सुंदरबन से पाला पड़ा। यहां के तमाम जगहों पर इस देवी का मंदिर है। बनबीबी के बारे में सुंदरबन के लोगों का कहना है कि वह एक फकीर की बेटी थीं और सुंदरबन में उनका सबसे बड़ा दुश्मन था एक जमींदार दक्खिन राय (दक्षिण का राजा)। जनश्रुति है कि वह शेर के रुप में सुंदरबन के निवासियों का भक्षण करता था। banbibi mandir2a कहते हैं कि उपरवाले ने दक्खिन राय से लोगों को निजात दिलाने के लिये बनबीबी को चुना। एक धार्मिक यात्रा के बाद बनबीबी लौटने पर दक्खिन राय का वध नहीं करती हैं वरन इस शर्त पर उसकी उसे नहीं मारती हैं कि जो कोई बनबीबी की पूजा करेगा वह उनको कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा। जैसा कि नाम ही है सुंदरबन । यहां के घने जंगलों में मौत किस रूप में आ जाए कोई नहीं जानता है। ऐसे में इन खतरों से सुरक्षा के लिए बनबीबी सदियों से पूजी जाती रही हैं। सुंदरबन के जंगलों में स्थित बकखाली लोगों को लुभाता है। यहीं समुद्र के किनारे बनबीबी का एक नामचीन मंदिर है। लोग मन्नत पूरी होने पर बनबीबी के भक्त मंदिर परिसर में लगे बरगद के इस पेड़ में कपड़ा बांधते हैं।कहते हैं कि इस्लाम में पूजा पाठ नहीं होता है। लेकिन बनबीबी के मामले में यह अपवाद ही साबित होता रहा है। सुंदरबन के कई महिलाओं कहना है कि जब उनके घर के पुरुष सदस्य घने जंगलों में मछली, केकड़ा, चिंगड़ी पकड़ने या फिर लकड़ियां लाने व मधु संचय के लिये जाते हैं तो कोई भी दावे के साथ नहीं कह सकता है कि वह जिंदा घर वापस आएगें। उक्त समय मं बनदेवी या फिर बनबीबी ही उनकी बाघ, मगरमच्छ व अन्य जंगली जीवों से रक्षा करती हैं। यही कारण है कि महिलाएं बनदेवी के दलान में मत्था टेक कर रक्षा की गुहार करती है।

Spread the love
  • 8
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
    8
    Shares
  •  
    8
    Shares
  • 8
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •