मोक्षधाम में खुदरा पैसों की समस्या से परेशान भिखारी

गंगासागर से लौटकर

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फोटो रमेश राय व देवाशिष दे.

जगदीश यादव

सागरद्वीप।राज्य सहित देश भर में तमाम जगहों पर खुदरा पैसों को लेकर समस्या का दौर बरकरार है। दुकान हो या फिर बस, ट्राम जैसे वाहन हर जगह खुदरा पैसो को लेकर आम आदमी को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है। ऐसे में मोक्षधाम के रुप में ख्यात गंगासागर की पावन भूमि में भी देश के तमाम जगहों से आये भिखारी भी खुदरा पैसों की समस्या से अलग नहीं है। बरन खुदरा पैसों की समस्या के शिकार उक्त वर्ग के लोग ही ज्यादा हो रहे हैं। इस समस्या से परेशान होने वाले यहां आये भिखारी अगर इस पावन धरा पर विरोध प्रदर्शन व किसी हंगामे को अंजाम दें तो हैरत नहीं होगी। यहां नदिया जिले से भीख मांगने आयी अपूर्वा दास, संजय मांझी, मुर्शिदाबाद के इस्लाम शेख व बिहार के निवासी नंदन गोस्वामी जैसे भिखारियों की माने तो वह लोग विरोध प्रदर्शन के द्वारा वह राज्य की मुख्यमंंत्री ममता बनर्जी का ध्यान खिंचना चाहतें है ताकि समस्या का निदान हो सके। उक्त लोगों ने कहा कि उसकी सीएम से प्रार्थना है कि वह मामले पर गंभीरता से कार्रवाई करें ताकि वह लोग परेशानी से मुक्त हों। एक प्रश्न के जवाब में भिखारियों बताया कि भिखारियों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है कारण दुकानदार हो या कोई खुदरा पैसों से सबको अलर्जी हो रही है। अगर खुदरा पैसा नहीं लेना है तो इसे चलन से बंद कर देना चाहिए। इनलोगों का आरोप है कि कोई भी दुकानदार खुदरा पैसे नहीं लेना चाहता है. अगर कोई ले बी रहा है तो उन्हें एक सौ रुपये के एवज में 60 से 70 रुपये का सामान ही दिया जा रहा है । उपर से डाट डपट अलग से। भिखारियों की माने तो यहीं नहीं 100 रुपया खुदरा देने पर  60 से 70 रुपये नोट के तौर पर मिल रहा है। यानी तीर्थयात्रियों से खुदरा के शक्ल में हमे 100 रुपये मिले तो दान के  30 से 40 प्रतिशत गायब हो जा रहा है। भिखारियों ने बताया कि ऐसे काफी तीर्थयात्री हैं जो नोट दान में देंते हैं। कारण यहां तो भिखारियों की लम्बी कतार है। मंहगाई के इस दौर में कौन भिखारियों को नोट देगा। मामले पर जिला पुलिस सूत्रों का कहना है कि सरकार ने खुदरा या सिक्के को बंद करने का कोई आदेश नहीं दिया है। लग रहा है कि समाज में उथल पुथल मचाने के लिए कुछ लोग जानबूझकर इस अफवाह को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होने चेतावनी दी कि अगर किसी व्यक्ति द्वारा सिक्का नहीं लेने की शिकायत मिलती है तो उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। ज्ञात हो कि बिते साल 11 अगस्त को हुगली जिले के हुगली मोड़ में तब अचानक ट्राफिक व्यवस्था ठप हो गई जब लोगों के द्वार द्वार जाकर भीख मांगने वाले लोग सड़क पर बैठ गये और खुदरा पैसों को सड़क पर बिखेर दिया। फिर क्या था इनके आन्दोंलन को देखने के लिये कम से काम पांच सौ लोग जमा हो गये थें। लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा था कि भीख मांगने वालों का ऐसा रुप भी उन्हें देखने को मिलेगा। इधर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा साफ शब्दों में कहा गया है कि एक, दो एवं पांच के सिक्के नहीं लेने वालों पर सीधी कार्रवाई किया जाए।

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