सबंग के उपचुनाव के लिये तमाम पैंतरेंबाजी शुरु

कोलकाता। राज्य के पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सबंग में राजनीति का दबंग कौन साबित होगा यह तो चुनाव परिणाम से पता चलेगा लेकिन सबंग में राजनीति के दबंग के लिये तमाम पैंतरें शुरु हो गये है। वैसे देखा जाये तो विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए 21 दिसंबर को होने वाला उपचुनाव सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और राज्य में प्रमुख विपक्षी दल के तौर पर उभरने की कोशिश कर रही भाजपा के लिए अग्निपरीक्षा होगा। तृणमूल पारंपरिक रूप से कांग्रेस के गढ़ सबंग में मतदाताओं को लुभाने की हर संभव कोशिश कर रही है। उसने कांग्रेस के पूर्व नेता मानस भुइयां की पत्नी गीता रानी भुइयां को उम्मीदवार बनाया है।मानस भुइयां इस साल की शुरूआत में ममता बनर्जी नीत पार्टी में शामिल हो गए थे। भाजपा ने अंतरा भट्टाचार्य और कांग्रेस ने स्थानीय नेता चिंरजीव भौमिक को उम्मीदवार बनाया है। माकपा की रीता मंडल वाम मोर्चा उम्मीदवार के तौर पर इस सीट के लिए चुनाव लड़ेंगी। मानस भुइयां ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी। उन्हें तृणमूल की सीट पर राज्यसभा में चुना गया था जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव कराना आवश्यक हो गया था। तृणमूल को उस समय 36 प्रतिशत मत मिले थे। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने भुइयां पर अपने निजी लाभ के लिए सबंग के लोगों और कांग्रेस को धोखा देने का आरोप लगाया और कहा, ‘‘लोग उन्हें उचित जवाब देंगे। निजी लाभ के लिए अन्य दलों में शामिल होने वाले कांग्रेस के विधायकों के लिए यह परिणाम एक सबक साबित होगा।’’ भुइयां ने दावा किया है कि इस सीट पर तृणमूल जीत दर्ज करेगी। कांग्रेस इस सीट पर जीत के लिए जम कर प्रचार कर रही है, वहीं राज्य में अपनी पकड़ बनाने की कोशिश में जुटी भाजपा भी अपना मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही। भाजपा को 2016 विधानसभा चुनाव में सबंग में केवल 2.6 प्रतिशत मत मिले थे।राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी इस बार सबंग सीट पर चुनाव जीतने का दावा किया। बहरहाल सबके अपने दावे है लेकिन जीत की बात है तो यह तय मतदाता ही करेंगे।
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