‘आमार सोनार बांग्ला आमी तोमाय भलो बासी’

सीएम ममता की पेंटिंग से अभिभूत हुए राष्ट्रपति

जगदीश यादव

कोलकाता। kovind1.jpg2आमार सोनार बांग्ला आमी तोमाय भलो बासी ( मेरे सोने का बंगाल मै तुमसे प्रेम करता हूं)। जैसे ही उक्त बात राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कही नेताजी इनडोर स्टेडियम का भव्य मंच तालियों की गड़गड़ाहट से जहां गूंज उठा वहीं नये राष्ट्रपति के इस अपनत्व के लोग कायल हों गये। बतौर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस राज्य में पहली बार आये थें । उक्त अवसर पर उनका अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया था जहां खुद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौजूद थी और उन्होंने जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपनी एक पेंटिंग प्रदान किया तो राष्ट्रपति एकदम भवुक हों गये और कहा कि यह पेंटिग हमेशा उनके दिल के करीब ही रहेगा। उन्होंने कहा, बंगाल के लोगों का दिल बहुत बड़ा है।  उन्होंने भाषण में कविगुरु रवींद्रनाथ से लेकर रामकृष्ण परमहंस तक का उल्लेख श्रद्धा के साथ किया। उन्होंने कहा कि मै बंगाल के गर्मजोशी से भरे अभिनंदन से से मैं अभिभूत हूं ।

The President, Shri Ram Nath Kovind inspecting the Guard of Honour, during his arrival, at Kolkata Airport, in West Bengal on November 28, 2017.

मैं मुख्यमंत्री के चित्रों से भी अभिभूत हूं। यह पेंटिंग राष्ट्रपति भवन में हमारे राष्ट्रीय पहचान के तौर पर रहेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बनने के बाद बंगाल में यह मेरा पहला दौरा है। दशकों के बाद मैं कोलकाता आया हूं। कोलकाता शहर सिटी आफ हार्ट है।  बंगाल की कला और संस्कृति की जो अपनी एक अलग अंतराष्ट्रीय पहचान है, जिसे कभी नकारा नहीं जा सकता। देश में एेसा कोई भारतीय नहीं होगा, जिसके हृदय को बंगाल ने कभी नहीं छुआ होगा। राष्ट्रपति ने कहा कि आजादी के काफी पहले से पश्चिम बंगाल की राष्ट्रीय पहचान रही है। राष्ट्रगान जन गण मन, गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर, राष्ट्रीय गीत बंदे मातरम, बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय, राष्ट्रीय नारा जय हिंद सुभाषचंद्र बोस की देन हैं। इस दौरे पर मैं बड़ाबाजार रवींद्र सरणी स्थित जोड़ासांकू ठाकुर बाड़ी के साथ, नेताजी सुभाष चंद्र बोसे के घर नेताजी भवन जाकर देश के इन महापुरुषों को अपनी श्रद्धासुमन अर्पित करूंगा। इसके अलावा बेलुड़ मठ जाकर रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद को भी अपनी श्रद्धांजलि दूंगा। उन्होंने कहा कि सरोजनी चट्टोपाध्याय जो शादी के बाद सरोजनी नायडू हो गयीं बंगाल की ही बेटी हैं। इसके अलावा राजाराम मोहन राय, ईश्वर चंद विद्यासागर, सर आसुतोष मुखर्जी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे महापुरूष बंगाल की ही देन हैं। आजादी की लड़ाई में भी काफी संख्या में बंगाल के सपूतों ने अपनी शहदात देकर भारत को आजाद कराया है। मेरे राष्ट्रपति होने से ठीक पहले देश के राष्ट्रपति प्रणब दा भी बंगाल के लाल है। कला और संस्कृति में बंगाल काफी धनी हैं और इसकी तुलना कोई नहीं कर सकता। कोलकाता दिलवालों का शहर हैं और बंगाली भी उसी तरह दिलवाले होते हैं और इनका दिल बहुत बड़ा होता है। अपने दिल में वे सभी को जगह देते हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल का भविष्य स्वर्णिम है। आने वाले दिनों में बंगाल आर्थिक क्षेत्र में काफी आगे बढ़ने वाला है। साथ ही बंगाल में कृषि के साथ, डिजिटल इंडिया, सूचना और तकनीक को काफी बढ़ावा मिल सकता है। बंगाल में परिश्रमी मजदूरों की भरमार है। साथ ही यहां के किसान भी देश की कृषि व्यवस्था को काफी बढ़ावा प्रदान करते हैं। बंगाल की हरियाली भूमि कृषि क्षेत्र को काफी बढ़ावा प्रदान कर सकती है। सीमावर्ती राज्य होने के कारण बंगाल को काफी सहयोग मिल सकता है।  2022 में देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है. बेहतर और विकसित भारत के सपने में पश्चिम बंगाल की भागीदारी विशेष स्थान रखती है।  राष्ट्रपति ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि खूब भालो लागलो। उन्होंने यह भी कहा कि बंगाल का गीत और संगीत मैं शुरू से सुनता हूं और आज भी सुना. बंगाल की गीत और संगीत ने आज मुझे और यहां विशेष रूप से उपस्थित हमारे देश के भविष्य छात्र, छात्राओं को मंत्रमुग्ध कर दिया है।

 

महामहिम कोविंद राजनीतिक दूरदर्शिता के धनी-  केसरीनाथ त्रिपाठी

कोलकाता।kovind1.jpg6 देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस राज्य में पहली बार आये हैं। सबसे पहले  नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी और राज्य सरकार के मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने महामहिम राष्ट्रपति का स्वागत किया।  एयरपोर्ट से महामहिम का कारवां राजभवन के लिये रवाना हुआ। राजभवन में कुछ देश विश्राम करने के बाद महामहिम रामनाथ कोविंद नेताजी इंडोर स्टेडियम में राज्य सरकार की ओर से आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में शिरकत करने पहुंचे। राज्य के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने महामहिम का स्वागत करते हुये कहा कि महामहिम रामनाथ कोविंद राजनीतिक दूरदर्शिता के धनी है। विधानसभा से लेकर दिल्ली के संसद और राष्ट्रीय तथा अंतराष्ट्रीय मंच पर महामहिम रामनाथ कोविंद ने कई बार भारत का प्रतिनिधित्व किया है. राजनीति के साथ समाजसेवा को भी राष्ट्रपति ने अपने जीवन में आत्मसात कर लोगों के साथ खड़े होते रहे हैं।  बंगाल में आज राष्ट्रपति का आना हमारे लिये गर्व का विषय हैं।

 

रामनाथ कोविंद हमारे अभिभावक हैं- ममता बनर्जी

कोलकाता।kovind1.jpg5 महानगर कोलकाता में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महामहिम का स्वागत करते हुये कहा कि आज बंगाल के लिये गर्व का दिन है. सीएम ने कहा कि मैंने राष्ट्रपति भवन में जाकर महामहिम को कोलकाता आने का न्योता दिया था और महामहिम ने उसे सहर्ष स्वीकार किया था।  महामहिम रामनाथ कोविंद हमारे अभिभावक हैं और आज अपने अभिभावक का यहा नागरिक अभिनंदन कर हमें काफी गर्व की अनुभूति हो रही है। राष्ट्रपति का पद राजनीति से ऊपर होता हैं और हमें यह कहने में तनिक भी संकोच नहीं हो रहा है कि रामनाथ कोविंद इस पद के लिये सबसे योग्य इंसान है।

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