गिरफ्तार शहदात बांग्लादेश का निवासी
सात और संदिग्ध बांग्लादेशी सीमांत से गिरफ्तार
पांच दिसम्बर तक पुलिस हिरासत
राज्य में 20 से 25 आतंकियों ने डाला डेरा

कोलकाता। breaking 3एसटीएफ ने सियालदह से शुक्रवार सुबह अलकायदा के चौथे आतंकवादी शाहदत हुसैन उर्फ बाबू को गिरफ्तार किया है। खबर के लिखे जाने तक उससे कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार ले जाकर पूछताछ कर रही है। शाहदत हुसैन उर्फ बाबू को आज बैंकशाल कोर्ट में भारी सुरक्षा के बीच पेश किया गया। जहां कोर्ट द्वारा उसे पांच दिसम्बर तक पुलिस हिरासत में रखने के निर्देश दिये गये। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले एसटीएफ को अलरायदा के आतंकियों के बारे में जानकारी मिली थी और तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। मोहम्मद शहदात हुसैन (26 ) उर्फ बाबू को सियालदाह के आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रोड में स्थित जगत टॉकीज (सिनेमा हॉल) के सामने से गिरफ्तार किया गया । यहीं नहीं एसटीएफ के सहयोग से उत्तर चौबीस परगना के सीमांत अंचल से स्थानीय पुलिस ने् सात बांग्लादेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार शहादत भी आलकायदा की एक विंग अंसार उल बांग्ला टीम (एबीटी) का सदस्य है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि शहदात एक सीमावर्ती इलाको में अपने काम को अंजाम देता था। उसका काम अवैध तत्वों को भारत-बांग्लादेश सीमा पार करवाना और अवैध रूप से पासपोर्ट और वीजा सहित वैध दस्तावेजों के बिना भारत में घुसपैठ करने में मदद करना था। मो. चांद अली का बेटा शहदात बंगाल की सीमा से सटे बांग्लादेश के रघुनाथपुर के धनेखोला, बेनापोल पोर्ट, जशोर का निवासी है। एसटीएफ से पूछताछ में शहादत ने बताया है कि वह हमेशा से आतंकियों शमशाद मित्रा और रियाजुल इस्लाम उर्फ रियाज की भारत विरोधी क्रियाकालाप में मदद करता था। शहादत ने ही उक्त दोनों के तमाम फर्जी दस्तावेज बनवा के बंगाल के रास्ते भारत में धुसने में मदद की थी।MD68
इधर कोलकाता स्टेशन इलाके से गिरफ्तार आतंकियों ने एसटीएफ को बताया है कि राज्य में अलकायदा के 20 से 25 आतंकी घुसपैठ कर चुके हैं। आतंकियों के उक्त राज उजागर होने के बाद पुलिस व एसटीएफ ही नहीं बरन खुफिया एजेंसियों व राज्य के गृह मंत्रालय के अधिकारियों की चिंता बढ गई है। एसटीएफ की जांच टीम यह पता लगाने की कोशिश करेंगी कि आतंकियों शमशाद मित्रा और रियाजुल इस्लाम उर्फ रियाजने कितनी बार सीमा पार किया था और शहादत ने सीमा पार करने में किस स्तर तक मदद की थी। एसटीएफ यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शहादत केवल अलकायदा के सम्पर्क में ही था य़ा फिर अन्य आतंकी संगठनों के साथ उसके संबंध है।

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