एक दुष्कर्म व पांच को डकैती के अभियुक्त

सभी के लिए बुधवार को होगी सजा का एलान

कोलकाता। रानाघाट नन दुष्कर्म कांड में गिरफ्तार सभी छह आरोपियों को कोर्ट ने दोषी करार दिया है। उक्त सुनवाई महानगर के बैंकशॉल कोर्ट ने  की।  मंगलवार को मामले की अंतिम सुनवाई करते हुए बैंकशॉल कोर्ट की अतिरिक्त जिला न्यायाधीश कुमकुम सिन्हा ने सभी गिरफ्तार छह आरोपियों को दोषी करार दिया।  मामले के मुख्य आरोपी नजरूल इस्लाम को नन के साथ रेप केस में दोषी करार दिया, जबकि अन्य पांच आरोपियों को डकैती के मामले में दोषी करार दिया। सभी के लिए सजा का एलान बुधवार को किया जायेगा। अदालत सूत्रों के मुताबिक न्यायाधीश ने कहा कि तथ्यों व सबूतों से यह साबित होता है कि केवल मुख्य आरोपी नजरूल इस्लाम ही नन के साथ दुष्कर्म में शामिल था, जबकि अन्य पांच आरोपी दूसरे कमरे में डकैती में व्यस्त थे।  उन्हें दुष्कर्म का अनुमान नहीं था। यह सामूहिक दुष्कर्म का मामला नहीं, वरन दुष्कर्म का मामला है, लेकिन बहुत ही लज्जास्पद है। उल्लेखनीय है कि 14 मार्च, 2015 को रानाघाट में स्थित मिशनरी कंवेंट स्कूल सह चर्च में छह आरोपियों ने घुसकर लूट की घटना को अंजाम दिया था तथा एक नन के साथ दुष्कर्म की घटना घटी थी।  इस मामले की जांच की सीआईडी कर रही थी।खबरों के अनुसार कुछ लोगों ने कोलकाता से 80 किमी दूर रानाघाट के ‘कॉन्वेंट ऑफ जीज़स एंड मैरी’ में लूट-पाट की थी। आरोप है कि 12 लाख लूटने के अलावा उन्होंने 72 साल की बुजर्ग नन के साथ ‘सामूहिक बलात्कार’ किया था। सीसीटीवी के फ़ुटेज से कुछ संदिग्धों को पहचाना गया. लेकिन शुरुआत में पुलिस सीमा पार से आए उन संदिग्धों में से किसी को भी पकड़ नहीं पाई। दुनिया भर में इस मामले पर प्रतिक्रिया आने और स्थानीय नागरिकों के विरोध के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ये मामला सीबीआई को सुपुर्द कर दिया। हालांकि राज्य सीआईडी ने ही घटना वाली रात इलाके में चालू सभी मोबाइल हैंडसेट पर नजर रखने वाले सॉफ़्टवेयर की मदद से अभियुक्तों का पता लगा लिया था.

Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •