ओझा के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर

जाकीर अली

बाँकुड़ा। ojhaभले ही दुनिया चांद के दर पर जा बैठ हो लेकिन पाखण्डियोॆ का पाखण्ड सिर चढ़कर बोल रहा है। नाग-नागिन के निर्देश पर एक ओझा मरीजों का इलाज कर रहा है लेकिन थाने में शिकायत दर्ज कराये जाने के बावजूद पुलिस ने ओझा को अबतक गिरफ्तार नहीं किया है। यह घटना पश्‍चिम बंगाल के बाँकुड़ा जिले के कोतुलपुर थानांतर्गत छेनुया इलाके की है। ओझा का नाम है रवि पंडित है।पुलिस व सेथानीय लोगों ने बताया कि  एक मरीज पेट में दर्द की शिकायत लेकर ओझा रवि पंडित के डेरा पर पहुंचा तो  बीमारी के बारे में सुनने बाद ओझा ने इलाज के नाम पर पाखण्ड शुरु कर दिया।  ओझा रवि पंडित जमीन बने हुए एक बिल के सामने अपना मुंह ले जाकर इस मरीज के पेट में किस कारण दर्द हो रहा है? इसके बाद ओझा बिल में कान लगाकर कुछ सुनने का ढोंग करता है। ओझा का दावा है कि इस बिल में एक नाग और एक नागिन बसे हुए हैं। वे नाग-नागिन से बातें करते हैं। इस साँप के निर्देश पर ओझा किसी भी बीमारी का इलाज करते हैं। मरीज को ताबीज, कबच की दवा दी जाती है। सुबह से देर शाम तक ओझा रवि पंडित के यहाँ मरीजों की भीड़ लगी रहती है। इधर, तंत्रमंत्र के नाम मरीजों का अलौकिक इलाज करने के लिए ओझा रवि पंडित के खिलाफ भारतीय विज्ञान व युक्तिवादी समिति के सचिव बिप्लव दास ने कोतुलपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी। दास ने कहा कि तंत्रमंत्र , जादूटोना , चमत्कार आदि से किसी भी बीमारी से छूटकारा दिलाने का दावा करना कानूनन अपराध है। औषध एवं प्रसाधन अधिनियम 1940 तथा औषधि एवं चमत्कारी उपचार विज्ञापन अधिनियम 1954 के तहत जादूई इलाज करने वाले को जेल व जुर्माना हो सकता है। दूसरी ओर, शिकायत मिलने के बाद भी पुलिस ने ओझा रवि पंडित के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की है।

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