8,132  में 3,576 मामले केवल बंगाल के

कोलकाता। एक बार फिर से पश्चिम बंगाल में मानव तस्करी के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार, 2016 में सबसे ज्यादा मानव तस्करी वाले मामले पश्चिम बंगाल में हुए हैं। इस लिस्ट में राजस्थान दूसरे नंबर पर हैं। जून 2017 तक पश्चिम बंगाल में कुल 331 मामले सामने आए हैं।
एनसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल देश में मानव तस्करी के 8,132 मामले सामने आए, जिसमें से 3,576 मामले केवल पश्चिम बंगाल के हैं। राजस्थान में कुल 1,422 मामले सामने आए। पीड़ितों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।पश्चिम बंगाल के 24 परगना, नदिया, और मिदनापुर जिले की लड़कियों की तस्करी सबसे ज्यादा हुई है। ‘सुचेतना’ एनजीओ की स्वाति रॉय कहती हैं, ‘इस मुद्दे पर हमें सिर्फ सरकारी योजनाओं की ही नहीं बल्कि जागरूकता की भी जरूरत है।’ ‘ऐक्शन अगेंस्ट ट्रैफिकिंग ऐंड सेक्सुअल एक्सप्लॉइटेशन ऑफ चिल्ड्रेन’ की नैशनल कॉर्डिनेटर मानबेंद्र मंडल ने कहा, ‘अब लोग बाहर आ रहे हैं और ऐसे मामले दर्ज कराए जा रहे हैं। इसलिए केस की संख्या बढ़ने का एक कारण यह भी हो सकता है।’ ‘टूवर्ड्स फ्यूचर’ की सुप्रिया रॉयचौधरी का मानना है, ‘इस तस्करी का मुख्य रास्ता बंगाल-नेपाल और बंगाल-बांग्लादेश का बॉर्डर है। सबसे पहले इसे बंद किया जाना चाहिए।’ मानव तस्करी रोकने के लिए केंद्र सरकार ने बांग्लादेश के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं।
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