कविगुरु ने इसी दिन किया था ‘डिवाइड एंड रूल’ के खिलाफ आंदोलन का आगाज

कोलकाता। प्रेम व सद्भावना के पर्व रक्षाबंधन की धूम आज राज्य के गली कूचों से लेकर राजभवन ही नहीं बरन सीमांत और पुलिस मुख्यालय में रही। भाजपा से लेकर तृणमूल कांग्रेस और अन्य दलों को कर्मी समर्थकों ने भी महानगर सहित राज्य के तमाम जगहों पर रक्षा बंधन के अवसर पर राहगीरों से लेकर दुकानदारों तक को रखी बांध कर उनका मुंह मीठा करवाया। BeautyPlusMe_20170807101433_saveप्रदेश भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष लाकेट चटर्जी के नेतृत्व में प्रदेश कार्यालय से लेकर लालबाजार पुलिस मुख्यालय में रक्षा बंधन किया गया। वहीं दक्षिण चौबीस परगना जिला भाजपा के द्वारा बजबज में सैंकड़ों लोगों में रक्षा बंधन कर उन्हें जहां मिठाईंयां खिलायी गई वहीं तिलक लागा कर उनके रक्षा की कामना की गई। दक्षिण चौबीस परगना जिला भाजपा सचिव सविता चौधरी व जिले के ट्रेड सेल कंवेंनर संतोष कुमार ने कहा कि हमलोगों को गर्व है कि हमरा जन्म पवित्र भारत भूमि में हुआ है जहां रक्षा बंधन के जैसे पवित्र त्यौहार मनाया जाता है। सविता चौधरी ने बताया कि स्टेशन में भी ट्रेन यात्रियों से लेकर आरपीएफ के जवानों को रखी बांधी गई। इस अवसर पर करुनेश चौधरी, तपन नस्कर, व डा. तरुन आदक आदी मौजूद थें। इसके अलावा भाजपा युवा मोर्चा द्वारा बसीरहाट के घोचडांगा व पानीतर सीमा पर बीएसएफ के जवानों को राखी बांधी गई। बदनाम गलियों में शुमार रेडलाइट इलाका सोनागाछी की गलियों में भी यौन कर्मियों ने लोगों को राखी बांधी। ज्ञात हो कि भारत के वायसराय लार्ड कर्जन की नीति ‘डिवाइड एंड रूल’ के खिलाफ आंदोलन का आगाज कोलकाता की सरजमीं से 16 अक्टूबर 1905 में भारत व बांग्लादेश के राष्ट्रगान के रचयिता रवींद्रनाथ टैगोर ने इसी रक्षाबंधन के त्योहार पर किया था। इतिहास से जुड़े संस्मरणों को समेटे भाई-बहन के त्योहार को भले रस्मी रूप दे दिया गया हो पर आज भी यह प्यार का बंधन रिश्तों की महत्ता को जीवित किए हुए है।

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