अस्पताल-दर-अस्पताल भटके मां-बाप

कोलकाता। चार साल की एक बच्ची की जान बचाने के लिए उसके माता-पिता को अस्पताल-दर-अस्पताल भटकना पड़ा। बच्ची के गले में सिक्का अटक गया था और 5 अस्पतालों ने उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया था।
 सुबह 8 बजे कोलकाता के पाटुली में रहने वाली 4 साल की बच्ची प्रियंका हालदर खेलते-खेलते गलती से एक रुपये का सिक्का निगल गई, जो उसके गले में जा फंसा। जब उसने खाना खाना छोड़ा और निगलने में गले में दर्द महसूस होने की शिकायत की तो मां-बाप चिंता में पड़ गए।
बच्ची के माता-पिता उसे तुरंत बाघा जतिन अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने यह कहकर उन्हें लौटा दिया कि बच्ची का ऑपरेशन करने के लिए उनके पास जरूरी उपकरण नहीं हैं। उसे एमआर बांगपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां एक्स-रे के निर्देश दिए गए और पता चला कि बच्ची के गले में सिक्का फंसा हुआ है। इस अस्पताल में बेड नहीं थआ तो उसे नैशनल मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
इस अस्पताल ने भी बच्ची को कहीं और रेफर कर दिया क्योंकि पीडियाट्रिक विभाग में इंफ्रास्ट्रक्टर पर्याप्त नहीं था। अंत में दोपहर 3 बजे प्रियंका को एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया जा सका। डॉक्टरों ने कहा, ‘चिंता की कोई बात नहीं, गले में अटका सिक्का पेट में पहुंच गया है, हमें उम्मीद है कि केला वगैरह खिलाने से सिक्का खुद बाहर आ जाएगा।’
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