20 लाख लोग प्रभावित 

कोलकाता। राज्य में दामोदर घाटी निगम से छोड़े गए पानी और भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ के चलते जहां एक ओर 16 लोगों की मौत हो गई वहीं 160 गांव के 20 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी।
राज्य सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, बीते शनिवार से 12 जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते 16 लोगों को अपनी जान गवांनी पड़ी है। राज्य आपदा एवं प्रबंधन मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के 165 गांव भारी बारिश की वजह से जलमग्न हैं।  20 लाख प्रभावित लोगों में अकेले चार लाख लोग सिर्फ पिछले 24 घंटों में भारी बारिश की चपेट में आएं हैं। 2,301 लोगों ने बाढ़ से बचने के लिए अपना घर छोड़ सुरक्षित जगहों में पनाह ले ली है। बाढ़ से 2,02,957 हेक्टेयर कृषि भूमि का भी नुकसान हुआ हैं।
सीम ममता बनर्जी ने एक बार फिर कहा कि मैं वर्ष 2012 से केंद्र सरकार से बैरेज की मरम्मत करने का आग्रह कर रही हूं, लेकिन मेरी बातों को कभी भी गंभीरता से नहीं लिया गया।  प्रत्येक वर्ष राज्य सरकार से बिना बात किये पानी छोड़ दिया जाता है। एक बार चर्चा तक करना जरूरी नहीं समझा जाता है। अपनी इच्छानुसार, पानी छोड़ा जाता है. इस बार भी ऐसा ही हुआ है। नतीजा यह है कि हावड़ा, हुगली, पश्चिम मेदिनीपुर व वीरभूम के कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. केंद्र सरकार को गरीबों की परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है।  ज्ञात रहे कि ग्रामीण हावड़ा में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर बरसते हुए कहा कि केंद्र विज्ञापन पर खर्च नहीं करके बैरेजों की मरम्मत कराने में खर्च करे, तो बेहतर होगा. गुरुवार शाम को उदयनारायणपुर के साउड़ाबेड़िया में पहुंचीं मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों मे जाकर ग्रामीणों से बात कीं व उन्हें हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया. मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा : यह एक ‘मैन मेड बाढ़’ है.
Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •