कोलकाता। पश्चिम बंगाल में राज्यसभा की एक सीट कांग्रेस को मिलेगी। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी तीसरी बार राज्यसभा में नहीं जाना चाहते हैं। हालांकि विपक्ष के कई नेता अब भी चाहते हैं कि येचुरी को राज्यसभा में रहना चाहिए क्योंकि उच्च सदन में वे विपक्ष की बुलंद आवाज हैं और इस समय विपक्ष को उनके जैसे नेता की जरूरत है। लेकिन पार्टी के नियम के हवाले वे अभी तक दावेदारी से दूर हैं। अगर उनकी पार्टी अनुमति नहीं देती है तो कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारेगी। सवाल है कि कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा? 18 अगस्त को रिटायर हो रहे प्रदीप भट्टाचार्य फिर से दावेदार हैं और यह भी कहा जा रहा है कि बरसों से बीमार और कोमा की अवस्था में जीवित प्रियरंजन दासमुंशी की पत्नी दीपा दासमुंशी को सोनिया गांधी राज्यसभा दे सकती हैं। लेकिन यह बात ममता बनर्जी को अच्छी नहीं लगेगी। वे पहले से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के विरोध से परेशान हैं और अगर दीपा दासमुंशी सांसद बन गईं तो कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस को साथ लाने का प्रयास सफल नहीं हो पाएगा। तीसरा नाम ओपी मिश्रा का है, जिस पर ममता तैयार हो सकती हैं।
लेकिन यह भी चर्चा है कि राष्ट्रपति पद से रिटायर हुए प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी भी राज्यसभा सीट की दावेदार हैं। ममता बनर्जी को उनके नाम पर भी आपत्ति नहीं होगी क्योंकि प्रणब मुखर्जी के परिवार के साथ उनके बहुत अच्छे संबंध हैं। शर्मिष्ठा मुखर्जी पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में कांग्रेस के लोकप्रिय चेहरे के तौर पर स्थापित हुई हैं। उन्होंने विधानसभा का पिछला चुनाव भी लड़ा था। इसलिए अगर वे बंगाल से राज्यसभा सदस्य बनती हैं तो दिल्ली प्रदेश कांग्रेस को नुकसान होगा।

Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •