नईदिल्ली/कोलकाता। 

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस के अवसर पर 35 नर्सिंग कर्मियों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटन्गेल पुरस्कार प्रदान किये। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री  जे.पी.नड्डा उपस्थित थे। उक्त  अवसर पर पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के पीएचसी-फलकाटा ब्‍लॉक, जिला अलिपुरदुआर रीटा रॉय को नर्सिंग टू द एएनएन के लिए फ्लोरेंस नाइटिंगल पुरस्कार-2016 प्रदान किया गया। राष्ट्रपति ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि स्वास्थ्य के सभी पहलुओं में , चाहे यह पोलियो उन्मूलन, मिड वाइफ सेवा और सामुदायिक शिक्षा जैसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम हों, नर्स की भूमिका महत्वपूर्ण है। उनके समर्पण और देखभाल की प्रशंसा शहरी और देश के दूरदराज के क्षेत्रों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी की जाती है। देश के स्वास्थ्य लक्ष्य की प्राप्ति में नर्सिंग कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य क्षेत्र की नीतियां बनाते समय नर्सिंग समुदाय की राय लेना महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति ने नर्सों की करुणा , अनुशासन और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र के मिलेनियम विकास लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लचीली स्वास्थ्य प्रणाली विकसित करनी होगी। माइक्रोबायल प्रतिरोध, नई महामारियां , संक्रमण और प्राकृतिक आपदाओं जैसे खतरों से दबाव बढ़ा है। स्वास्थ्य क्षेत्र में मांग बढ़ी है। अनुक्रिया प्रणाली के लिए नर्सों की सेवा महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य मंत्री ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और उनकी उदाहरणीय सेवा की सराहना की। नर्सिंग समुदाय की देखभाल और करुणा की प्रवृत्ति को स्वीकार करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्राइमरी, सेकेंड्री और तीसरे स्तर तक स्वास्थ्य देखभाल करने में नर्सों की भूमिका अहम है। नर्सिंग कर्मी अपनी योग्यता से युवा पीढ़ी के लिए रोल माडल बने हैं। उन्होंने नर्सिंग क्षेत्र में अवसरंचना और मानव संसाधन विकास के लिए उठाए दए कदमों का उल्लेख किया। राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटन्गेल पुरस्कार के तहत विजेता को 50,000 रुपये नकद , एक प्रमाण पत्र, एक प्रशस्ति पत्र और एक पदक दिया जाता है।

 

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