कोलकाता। अलगढ़ के मानिक चौक इलाके के एक खाने के होटल पर पश्चिम बंगाल के संदिग्ध को पुलिस ने इलाके के व्यक्ति की सूचना पर हिरासत में ले लिया। इस खबर पर खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया और देर शाम घंटों तक उससे पूछताछ की गई। मजदूर से हुलिया के इस युवक से अभी तक की पूछताछ में कोई आपत्तिजनक जानकारी नहीं मिली है। फिलहाल वह हिरासत में है और परिजनों को बुलाया गया है। इधर, पूछताछ में अस्पष्ट हिंदी बोलने से भी परेशानी हो रही है।वाकया इस तरह है कि कोतवाली के मानिक चौक क्षेत्र के एक खाने के होटल पर सुबह एक युवक काम की तलाश में पहुंच गया। होटल स्वामी ने उसे काम पर रख लिया। इसी बीच देर शाम एक ग्राहक से उसका किसी बात पर विवाद हो गया। विवाद के दौरान कहासुनी में यहां तक बात आ गई कि तू कहां का रहने वाला है और कहां से आया है। इसी दौरान जब उसने खुद को पश्चिम बंगाल का बताया तो ग्राहक ने पुलिस को खबर दे दी।
इस पर इंस्पेक्टर कोतवाली जावेद खां ने पहुंचकर उसे हिरासत में ले लिया और खबर पर खुफिया एजेंसियां भी पहुंच गईं। इंस्पेक्टर के अनुसार पूछताछ में युवक ने अपना नाम अश्वनी दास निवासी मिदनापुर पश्चिम बंगाल बताया है। उसके अनुसार वह काम की तलाश में घर से ट्रेन में सवार होकर दिल्ली जा रहा था। तभी रास्ते में उसका बैग चोरी हो गया। अब जेब में रुपये न होने से उसे खाने पीने तक की परेशानी हुई। इसलिए सुबह वह ट्रेन से अलीगढ़ उतर गया। यहां पैदल-पैदल घूमते हुए काम की तलाश में होटल पहुंच गया। इंस्पेक्टर के अनुसार इससे ज्यादा वह कुछ नहीं बता पाया है। अभी भाषा से भी समस्या हो रही है। परिजनों को बुलाया गया है। आने पर भी सच्चाई का पता लगेगा। तब तक युवक हिरासत में रहेगा।। देर रात तक हुई पूछताछ के बाद जब पुलिस और एजेंसियों ने अश्विनी दास के परिवार से संपर्क किया तो उसके भाई से बातचीत हो गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक भाई ने स्वीकारा कि यह उसका छोटा भाई है। मगर अपनी गलत हरकतों की वजह से परिवार से अलग रहता है और घर कम आता-जाता है। हालांकि परिजन बंगाल से रवाना होने की बात कह रहे हैं, मगर भाई के बयानों के बाद पुलिस दो पहलुओं से संदेह जता रही है।अंदेशा है कि कहीं यह नकली नोट या नशे की तस्करी के रैकेट से जुड़ा व्यक्ति तो नहीं है। क्योंकि पश्चिम बंगाल के रास्ते नकली करेंसी और नशे का उत्पात अक्सर भारत में आता रहता है। अब ये तो जांच के बाद ही साफ हो पाएगा। हालांकि नोटबंदी के बाद से पश्चिम बंगाल से होने वाली नकली करेंसी की तस्करी के मामले अभी सामने नहीं आए हैं।

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