‘बोल-बम, बोल-बम’ के नारो से पवित्र हुआ वातावरण
कई वर्षों के बाद सावन माह में पांच सोमवार

रमेश राय
कोलकाता। सावन के पहले सोमवार पर महानगर कोलकाता सहित राज्य के भर में शिवालयों व मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है। राज्य भर में प्रसिद्ध हुगली स्थित तारकेश्वर मंदिर सहित महानगर कोलकाता के भूतनाथ मंदिर, मोटा महादेव, भूकैलाशगढ़ पर शिव भक्त सुबह से ही बाबा भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। सावन के पवित्र महीने को देखते हुए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। सावन का पहला सोमवार होने के वजह से मंदिरों में तड़के 4.30 बजे ही जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखने को मिली । गंगा तट हो या शहर का कोई भी मार्ग हर ओर ‘बोल-बम, बोल-बम’ का नारा बुलंद रहा। कंधे पर कांवर उठाए हजारों कांवरिये नजर आए। shivlinga atv fineal 1
यही नहीं सुबह से ही बडा़बाजार, हावड़ा, सहित महानगर के तमाम शिवमंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा। लोग दर्शन पूजन के लिए कतारों में खड़े हैं। इस दौरान पूरा माहौल भोलेनाथ की जयकरों से गूंजायमान रहा। लोग उत्साह के साथ बाबा के दर्शन के लिए शिवालयों के बाहर लंबी कतारों में खड़े हैं। पं. विजय उपाध्याय शास्त्री के मुताबिक, सोमवार से ही सावन माह की शुरुआत हो गई है और समापन भी सोमवार को ही होगा, जो काफी शुभ है। उन्होंने बताया कि सावन की शुरुआत 10 जुलाई से हुई और सात अगस्त को रक्षाबंधन यानी सावन पूर्णिमा है। इनका दावा है कि इस बार के सावन में 50 साल बाद विशेष संयोग बना है। काफी सालों बाद इस बार सावन मास में पांच सोमवार पड़ रहे हैं। खास बात यह कि वैधृति योग के साथ सावन प्रारंभ हो रहा है और आयुष्मान योग के साथ इस मास की समाप्ति होगी। सोमवार, सावन मास, वैधृति योग व आयुष्मान योग सभी के मालिक स्वत: शिव हैं। इसी वजह से इस बार का सावन खास है। पं. विजय उपाध्याय शास्त्री ने बताया कि सोमवार के दिन महादेव की आराधना से शिव और शक्ति दोनों प्रसन्न होते हैं। इनकी कृपा से हर तरह के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

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