रुपा, लाकेट सहित कई गिरफ्तार 

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में भड़की हिंसा के बाद अलग-अलग राजनीतिक पार्टी के नेता हिंसाग्रस्त इलाके में पहुंच रहे हैं। खबर है कि रूपा गांगली की अगुवाई में बशीरहाट जा रहे बीजेपी के राज्य स्तरीय डेलिगेशन को पुलिस ने माइकल नगर में रोक लिया है और हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया है। वहीं कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य के नेतृत्व में गये प्रतिनिधि दल को पुलिस ने बारासात जिले में रोक लिया है। जबकि बशीरहाट व बादुड़िया में एक बार फिर तनाव बढ़ गया। पुलिस ने लोगों को काबू में करने के लिए तमाम कोशिश कर रही है। तनाव उस वक्त बढ़ गया जब राज्य सरकार ने कुछ संस्थानों पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाते हुए बैन करने का फैसला किया। पुलिस ने बीजेपी सांसद रुपा गांगली व नेत्री चाकेट चटर्जी सहित कईयों को गिरफ्तार किया है।
रूपा गांगुली से पहले प्रशासन ने सीपीएम नेता मो. सलीम के नेतृत्व में बशीरहाट जा रहे सीपीएम डेलिगेशन को भी हिंसाग्रस्त इलाके से 50 किमी पहले की रोक दिया था। बात करते हुए रूपा गांगुली ने कहा, ‘हम बशीरहाट रहे थें। बंगाल की संस्कृति में दंगे के लिए कोई जगह नहीं है। भाजपा की राज्य सभा सांसद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगने की संभवाना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं ऐसी मांग करने का अधिकार नहीं रखती हूं। राज्य बीजेपी के प्रमुख ने यह मांग की है। ‘पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में गुरूवार से तनाव पैदा होने की खबर के बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा था। इसके अलावा, राज्य सरकार ने लोगों को कथित रूप से भड़काने को लेकर कुछ संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. राज्य सचिवालय में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, छिटपुट घटनाओं की कुछ खबरें हो सकती हैं लेकिन हालात काबू में हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘जिले के बदुरिया में सांप्रदायिक झाड़पों के बाद बशीरहाट कस्बे और स्टेशन क्षेत्र में फिर से तनाव की स्थिति पैदा हो गई. उपद्रवी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा.’ उन्होंने कहा कि पुलिस और बीएसएफ की टीमें इलाके की तरफ तुरंत रवाना की गईं ताकि हालात काबू में किए जा सकें। बदुरिया और इसके आसपास के इलाकों में एक फेसबुक पोस्ट को लेकर सांप्रदायिक झाड़प हो गई थी। प्रशासन का दावा है कि इन इलाकों में आज हालात धीरे-धीरे सामान्य होते नजर आ रहे हैं।इस हफ्ते की शुरूआत में एक नौजवान की ओर से किए गए एक फेसबुक पोस्ट को लेकर बदुरिया और इसके आसपास के इलाकों – केवशा बाजार, बांसतला, रामचंद्रपुर और तेंतुलिया में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे आरोपी नौजवान की गिरफ्तारी के बाद भी तनातनी रही व सड़क को जाम कर दिया गया। दुकानों को तोड़ दिया गया और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। हालात काबू में करने के लिए राज्य सरकार को बशीरहाट, बादुरिया, स्वरूपनगर और देगंगा में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी तौर पर रोकनी पड़ी ताकि सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलने से रोका जा सके।

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