मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खिंचा देव रथ
ऐतिहासिक व प्राचीन उत्सव का साक्षी बना हुगली
रमेश राय/ जाकिर अली
कोलकाता/हुगली। देश के अन्य हिस्से की तरह पश्चिम बंगाल में भी सोमवार को भगवान जगन्नाथ की उल्टा रथ यात्रा बड़े ही धूमधाम से निकली।बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ आज भगवान जगन्नाथ अपनी मौसी के घर से लौट गए। उल्टा रथ को देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़े। इसे लेकर सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे।
इस बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस्कान की उल्टा रथयात्रा का श्रीगणेश किया। कारण वही रथया6ा के प्रथम दिन नीदरलैण्ड में थीं। उन्होंने राज्य के लोगों को फेसबुक के द्वारा शुभकामनाएं भी दी। इस दौरान महानगर कोलकाता की सड़कोपर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। वहीं नदिया जिले के मायापुर स्थित इस्कॉन मंदिर से लेकर हुगली जिले के रामपुर, पूर्व मेदिनीपुर जिले के महिषादल व अन्य जगहों पर भगवान जगन्नाथ की उल्टारथयात्रा धूमधाम से निकाली गई।
महानगर में इस्कॉन की ओर से 46वीं कोलकाता उल्टा रथयात्रा में लोगों का हुजूम उमड़ा। उल्टा रथयात्रा इस दिन दोपहर पार्क स्ट्रीट मेट्रो के समीप आउटरैम रोड से शुरू हुई व उल्टा रथ जे.एल. नेहरू मार्ग, डोरिया क्रॉसिंग, एसएन बनर्जी रोड, मौलाली क्रॉसिंग, सीआइटी रोड, पार्क सर्कस और शेक्सपीयर सरणी होकर 3सी अल्बर्ट रोड (इस्कॉन मंदिर) पहुंचने के रास्ते में थी।मालूम हो कि सांस्कृतिक-धार्मिक छटा के बीच 9 दिवसीय रथयात्रा का रंगारंग कार्यक्रम 25 जून से शुरु हुआ था।
वहीं रविवार की शाम श्रीरामपुर के महेश की 621 साल पुरानी भगवान जगन्नाथ की प्रसिद्ध उल्टी रथयात्रा निकाली गयी ।इस उल्टी रथयात्रा में राज्य व देश के कोने – कोने से आये हजारो की संख्या में श्रद्धालु व भक्तगण शामिल हुए। भगवान जगन्नाथ के रथयात्रा के पवित्र डोरी को खीचने के लिए आज हजारो की संख्या में भक्तगण ललायित दिखे। इस अवसर पर हुगली जिला प्रशासन के तरफ से दर्शनार्थियों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजामात किये गए थे । व्यापक पैमाने पर महिला पुलिस बलो के अलावा सिविल डिफेंस व अग्निसमन विभाग के कर्मचारियों की तैनातगी की गयी थी । गौरतलब हो कि श्रीरामपुर के महेश के भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का स्थान पूरी के विश्वविख्यात भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा व कोलकता के इस्कॉन के रथयात्रा के बाद दुसरे नम्बर पर आता है।