रथयात्रा के बहाने भाजपा का शक्ति प्रदर्शन
कैलाश विजय वर्गीय सहित दिलीप घोष व लाकेट चटर्जी हुए शामिल
प्रभु भक्ति में थिरकती रही सांसद रुपा गांगुली
माहेश की 621 वर्षीय रथयात्रा की धूम

उपेन्द्र पाण्डेय/ जयंती / जाकीर अली

कोलकाता/हुगली/हावड़ा/कूचबिहार। महानगर कोलकाता सहित राज्य भर में रथयात्रा की धूम रही व भगवान जगन्नाथ के भक्तों ने भक्ति भावना के साथ रथों की रस्सियों को खींच कर प्रभु के रथ को ले गये। हर वर्ष की भांति इस्कान की रथयात्रा में उमड़ने वाली श्रृद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए महानगर के तमाम रास्ता घाट में पुलिस की पुख्ता व्यवस्था रही।181

वहीं रामनवमी व हनुमान जयंती के बाद अब रथयात्रा में भी भगवा ब्रिगेड अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की। सूत्रों ने बताया गया है कि राज्यभर में जहां-जहां भव्य रथ यात्रा निकाली जाती है वहां प्रदेश भाजपा के दिग्गज नेता शामिल हुए। हुगली के चंदननगर रथयात्रा में भाजापा के राज्य सचिव बिश्व प्रिय मजूमदार तो महानगर कोलकाता में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलास विजयवर्गीय व सांसद रुपा गांगुली, कूचबिहार, में दिलीप घोष, माहेश में सुभाष सरकार, रुबी बोसपाड़ा में राहुल सिन्हा, हावड़ा में लाकेट चटर्जी, ठाकुरनगर सायंतन बसु रथयात्रा में शामिल हुए। रथाया6ा के दौरान सांसद रुपा गांगुली को भक्ति भावना के साथ थिरकते भी देखा गया। मामले राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इन नेताओं के शामिल होने का साफ मतलब है कि भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता रथयात्रा का हिस्सा बन कर हिनदु वोंट पर काबिज रह सकते हैं। ऐसे में रामनवमी व हनुमान जयंती की तरह ही रथयात्रा भी भाजपा के लिए शक्ति प्रदर्शन का जरिया मानी जा रही है। इस बारे में पूछने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने बताया कि भाजपा की ओर से आधिकारिक तौर पर अलग से कोई आयोजन नहीं किया गया लेकिन रथयात्रा में शामिल होते रहें हैं।

माहेश की 621 वर्षीय रथयात्रा Photo- J. P Sharma

माहेश की 621 वर्षीय रथयात्रा
Photo- J. P Sharma

इधर देशभर में जहां एक ओर जय जगन्नाथ के जयघोष की धूम रही तो भला हुगली जिला किसी से कम क्यों हो। श्रीरामपुर के महेश स्थित 621 वर्ष प्राचीनतम माहेश रथ यात्रा को देखने रविवार को भारी भीड़ उमड़ी | उक्त अवसर पर पुलिस की व्यापक सुरक्षा व्यवस्था रही। वहीं गणमान्य व्यक्तिगण इस रथोत्सव में शामिल हुए | रथ को देखने रथ के रस्सी को छूने के लिए प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी देश व राज्य के कोने-कोने से भारी तादाद में जन सैलाब उमड़ पड़ी l सुरक्षा के मद्दे नजर हुगली जिला प्रशासन ने किसी भी अनहोनी घटना से निपटने के लिए भारी पुलिस बलों की तैनात की थी l जिले में इसके अलावा भी तीन और ऐतिहासिक रथ है जिसमे चन्दनगर का रथ , बालागढ़ के गुप्तीपाड़ा का रथ व धनियाखाली के गुड़ाप इलाके के रथ प्रमुख है यहाँ भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया था | माहेश जगन्नाथ मंदिर के प्रधान पुजारी सौमेंन अधिकारी ने बताया कि महेश की रथ यात्रा का बंगाल में पहला स्थान प्राप्त है और सबसे पुराने रथ पुरी के बाद भारत में इसका स्थान दूसरा है | ज्ञात हो कि आठ दिनो के बाद फिर से इन रथों को उल्टा खींचकर उसके मूल मूल मंदिर पर वापस लाया जायेगा |

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