ममता के फैसले पर स्वामी ने दिया अल्टीमेटम

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक फैसले पर विवाद खड़ा हो गया है. सीएम ममता ने राज्य के हुगली जिले में बने प्रसिद्ध तारकेश्वर मंदिर विकास बोर्ड का अध्यक्ष अपने मंत्री फरहाद हकीम को बनाया. बीजेपी ने ममता बनर्जी के इस फैसले पर सवाल खड़ा कर दिया है. बीजेपी का कहना है कि हिंदुओं की आस्था के प्रतीक मंदिर के विकास बोर्ड का अध्यक्ष एक मुस्लिम को बनाया जाना गलत है.राज्य के शहरी विकास मंत्री  फिरहाद हकीम ने इस बात को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि उनका तारकेश्वर मंदिर  विकास बोर्ड से कोई लेना-देना है.

आपको बता दें पश्चिम बंगाल के विकास बोर्ड के अध्यक्ष ममता सरकार में मंत्री फरहाद हकीम इससे पहले भी विवादों में रह चुके हैं. फरहाद ने पाकिस्तानी अखबार डॉन के एक पत्रकार से बंगाल को मिनी पाकिस्तान कहकर संबोधित किया था.वहीं बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ममता बनर्जी पर मंदिर के विकास के बदले आस पास की जमीनों पर कब्जा करने का आरोप लगाया है.सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मुद्दे पर कहा है कि तारकेश्वर मंदिर को लेकर सरकारी आदेश अवैध है सरकार ने मंदिर के आसपास के डेवलपमेंट के लिए एक बोर्ड बनाया और उस पर एक मुस्लिम मंत्री को बैठा दिया है.साथ ही अब सरकार कह रही है कि यह बोर्ड मंदिर के डेवलपमेंट को लेकर भी है जो की अवैध है. स्वामी ने ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मंदिर के आसपास के डेवलपमेंट के बहाने मंदिर पर कब्जा करने की कोशिश हो रही है.स्वामी ने संविधान की धारा 26 का हवाला देते हुए कहा कि ये सरकारी आदेश अवैध है. मैंने सरकार को 48 घंटे में आदेश वापस लेने की चुनौती दी थी. 48 घंटे समाप्त होने के बाद मैं कोलकाता हाईकोर्ट में इसके खिलाफ केस दायर करूंगा. हम मंदिर को बचाने के लिए कुछ भी करेंगे.

 

Spread the love
  • 1
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
    1
    Share
  •  
    1
    Share
  • 1
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •