कोलकाता। कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश सी एस कर्णन को अदालत की अवमानना के मामले में आज छह महीने के लिये जेल भेज दिया गया। बता दें कि पिछले 40 दिनों से अधिक समय से गिरफ्तारी से बच रहे कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश सीएस कर्नन को लेकर बुधवार की दोपहर सीआइडी की टीम कोलकाता पहुंची। दोपहर 2 बजे उनकी फ्लाइट दमदम हवाई अड्डे पर उतरी जहां पहले से मौजूद मेडिकल की टीम ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया।सुबह 11.40 बजे सीआइडी उन्हें लेकर चेन्नई हवाई अड्डे से एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या एआइ 766 से उड़ान भरी थी। दो घंटा 15 मिनट बाद उनकी फ्लाइट लैंड हुई। इस बीच, सुरक्षा के मद्देनजर एयरपोर्ट पर भारी संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था।एयरपोर्ट पर ही उनके स्वास्थ्य की जांच की गई, जिसके बाद कर्नन को सीधे प्रेसिडेंसी जेल ले जाया जाएगा। अब पश्चिम बंगाल पुलिस महानिदेशक उनकी गिरफ्तारी की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगी।⁠⁠⁠⁠सुप्रीम कोर्ट से भी जस्टिस कर्णन को झटका लगा है। सर्वोच्च न्यायालय ने जस्टिस कर्णन को अंतरिम बेल देने से इनकार कर दिया है। उन्हें मंगलवार को ही कोयटंबूर से अरेस्ट किया गया है। कर्णन ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत और उन्हें सुनाए गए 6 महीने की सजा के खिलाफ अपील की थी। उन्हें चेन्नै से कोलकाता ले जाया गया। कोलकाता की प्रेसिडेंसी जेल में उन्हें रखा गया है। सर्वोच्च न्यायालय की डिविजन बेंच ने कहा, ‘सात जजों की पीठ ने जस्टिस कर्णन को सजा सुनाई है। उस आदेश को रद्द कर जस्टिस कर्णन को राहत नहीं दी जा सकती है। इस बाध्यकारी सजा के आदेश की अवहेलना करने या रद्द करने का अधिकार दूसरी बेंच के पास नहीं है।’जस्टिस कर्णन को न्यायालय की अवमानना केस में सुप्रीम कोर्ट ने 6 महीने की सजा सुनाई है। कलकत्ता हाई कोर्ट के जज कर्णन को मंगलवार को बंगला सीआईडी ने तमिलनाडु के कोयटंबूर से अरेस्ट किया है। एक महीने से भी अधिक समय से उनकी तलाश की जा रही थी। 62 साल के कर्णन न्यायिक सेवाओं से इसी साल 12 जून को सेवानिवृत हुए हैं। वह एक रिजॉर्ट में छुपे हुए थे और जब उन्हें सीआईडी ने देखा तो उन्होंने गिरफ्तारी का विरोध किया था।

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