कोलकाता। अभी तक बच्ची ने दुनिया ठीक से देखी भी नहीं था कि वह चल बसी। हालांकि, सिर्फ 2 महीने की यह बच्ची तोहफे में अपनी आंखें दे गई ताकि आने वाले दिनों में दो दृष्टिहीन इस दुनिया को देख पाएं। एक प्राइवेट अस्पताल में सर्जरी के लिए भुवनेश्वर से कोलकाता पहुंची यह बच्ची जन्म के समय से ही दिल की बीमारी से जूझ रही थी। 30 मिनट तक चली सर्जरी सफल रही थी। सर्जरी के 14 घंटे बाद तक बच्ची की हालत में सुधार भी आ रहा था लेकिन अचानक उसकी तबियत बिगड़ी और  बच्ची की मौत हो गई।
सदमे के बावजूद, परिवारवालों ने बच्ची के अंगदान करने का फैसला लिया। दुर्भाग्यवश, डॉक्टरों के लिए बच्ची के शरीर के महत्वपूर्ण अंग निकालना संभव नहीं था क्योंकि उसके दिल ने अंगों तक खून पहुंचाना बंद कर दिया था लेकिन बच्ची के कॉर्निया को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया। बच्ची के मामा ने अमरजीत दास के मुताबिक, ‘उसके दिल के वॉल्व में दिक्कत थी। उसकी हार्टबीट रेट 15 प्रति मिनट थी। जबकि 72 प्रति मिनट सामान्य गति है। डॉक्टरों ने सर्जरी की और बच्ची की हृदयागति 25-28 तक पहुंची। लेकिन उसकी स्थिति खराब होती गई। जब वह नहीं बची तो हमने फैसला लिया किया उसके शरीर का कोई भी हिस्सा बर्बाद न करें। इसलिए हमने डॉक्टर्स से कहा कि वे इन्हें निकाल लें ताकि किसी और की मदद हो जाए।’ प्रोवा आइ बैंक के डॉक्टर अरिंदम बोस ने कहा, ‘यह पहली बार है जब मैंने 2 महीने की बच्ची का कॉर्निया निकाला है। बच्ची के परिवार का यह फैसला तारीफ के काबिल है।’
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