पार्थिव शरीर लाया गया अलीमुद्दीन स्ट्रीट
सूर्यकांत मिश्रा और विमान बोस सहित वामो नेताओ ने दी श्रद्धाजलि
पुलिस ने मामले से झाड़ा पल्ला

कोलकाता। दो सप्ताह तक जीवन-मौत से जूझने के बाद माकपा कर्मी बाबुल बोस ने रविवार लगभग 7.30 मे दम तोड़ दिया।पिछले 22 मई को वाममोर्चा की ओर से आहूत नवान्न अभियान मे पुलिस ने प्रदर्शनकारियो पर जमकर लाठियां बरसायी थी। पार्टी की ओर से कहा गया था कि पुलिस की मार से लगभग एक हजार कार्यकर्ता घायल हुए। घायलो मे 100 की हालत गंभीर थी। गंभीर रूप से घायलो मे दक्षिण दमदम नगरपालिका के 11 नंबर वार्ड के वाशिंदा सलिल बसु उर्फ बाबुल बोस भी शामिल थे। पुलिस की लाठी से उनके सिर मे गहरी चोट लगी थी। उन्हे गंभीर हालत मे आरजीकर मेडिकल कालेज व अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। दो सप्ताह तक जीवन-मौत से जूझने के बाद बाबुल बोस ने आज सुबह लगभग 7.30 मे दम तोड़ दिया।
उनका पार्थिव शरीर दोपहर को अलीमुद्दीन स्ट्रीट स्थित राज्य माकपा मुख्यालय मुजफ्फर अहमद भवन मे कामरेडो के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। माकपा राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा और वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बोस ने बाबुल बोस के शव पर फूल माला चढ़ा कर श्रद्धा ज्ञापन किया। अन्य कामरेडो ने भी एक-एक कर उनके शव पर फूल माला चढ़ा कर श्रद्धा ज्ञापन किया और लाल सलाम दिया।
दिवंगत कामरेड का शव माकपा राज्य मुख्यालय से दमदम स्थित जोनल कमेटी दफ्तर ले जाया गया। वहां भी दिवंगत कामरेड के अंतिम दर्शन और लाल सलाम कहने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का तांता लगा रहा। वहां से दिवंगत कामरेड की शोक यात्रा निकली जो विभिन्न रास्तो से होकर उनके नयापट्टी स्थित निवास पर जाकर संपन्न हुई। पार्टी की ओर से कहा गया है कि बाबुल बोस की मौत पुलिस की लाठी मारने से हुई है। उनके परिजनो ने शव को पोस्टमार्टम करने की मांग की है। परिजनो ने पोस्टमार्टम होने के बाद ही शव का अंतिम संस्कार करने का निर्णय किया है।
पुलिस ने पल्ला झाड़ा
नवान्न अभियान के दौरान कथित तौर पर पुलिस लाठीचार्ज मे घायल हुए दक्षिण दमदम के वाममोर्चा कार्यकर्ता सलील बसु (60) की मौत मामले से पुलिस ने पल्ला झाड़ लिया है। लाठी चार्ज मे घायल होने के कारण मौत के माकपा के दावे को पुलिस की ओर से अफवाह बताया गया है। इस बारे मे बयान जारी कर संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) सुप्रतिम सरकार ने कहा है कि कुछ लोग ऐसी अफवाह फैला रहे हैं कि 22 मई को नवान्न अभियान के दौरान पुलिस लाठीचार्ज मे घायल होने के कारण ही मौत हुई है जबकि यह सच नही है।
सुप्रतिम ने दावा किया है कि गत 25 मई को बाथरूम मे गिरने के कारण उन्हे आरजी कर मे भर्ती करवाया गया था। उसी चोट के कारण ही रविवार की सुबह उनकी मौत हुई है। अपने बयान मे पुलिस ने सलील की मौत को लेकर पुलिस लाठीचार्ज का दावा करने वालो की निंदा भी की है। उन्होने कहा है कि किसी की भी मौत दुर्भाग्यपूर्ण होती है। इसे लेकर राजनीति करने व पुलिस की शाख धूमिल करने की कोशिश निंदनीय है। उन्होने साफ किया है कि अगर इस तरह की अफवाह फैलाना बंद नही हुआ तो पुलिस कार्रवाई करेगी।

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