अब तक सामने आ चुके हैं चार ऐसे मामले 

कोलकाता । महानगर कोलकाता में बिलासपुर विश्वविद्यालय की जाली अंकसूची मिलने का मामला सामने आया है। सत्यापन के दौरान इसका पता चला। अब तक चार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। इसके मद्देनजर नए सत्र से पहले आनन-फानन में अंकसूची में परिवर्तन किया जा रहा है।बिलासपुर विश्वविद्यालय की जाली अंकसूची देश के दूसरे प्रांतो में बिक रही है। पश्चिम बंगाल के युवा सबसे अधिक इनकी गिरफ्त में हैं। सत्र 2016-17 के दौरान चार प्रकारण सामने आए हैं। सत्यापन के लिए आई अंकसूची में इसका खुलासा हुआ। गोपनीय विभाग के अधिकारियों ने उक्त छात्रों को बुलाया भी है।दो छात्र विश्वविद्यालय भी पहुंचे। अधिकारियों ने कड़ाई से अंकसूची के बारे में पूछताछ की तो दोनों ही भाग निकले। मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। प्रकरण को गोपनीय रखकर अब नए सत्र के पहले अंकसूची में सुरक्षा मापदंडों में व्यापक परिवर्तन किया जा रहा है।
कार्यपरिषद से इसकी अनुमति भी मिल चुकी है। जानकारी के मुताबिक नई अंकसूची में फोटो के ऊपर सत्र भी लिखा होगा। दाईं तरफ रोल नंबर, नामांकन नंबर, नाम आदि का उल्लेख होगा।बिलासपुर विश्वविद्यालय में चार अंकसूची जाली मिलने के बाद भी पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई है। इससे जाली अंकसूची तैयार करने वाले रैकेट अब भी सक्रिय हैं। खबर है कि पेंड्रा के एक कॉलेज से भी जाली अंकसूची आई थी।
बिलासपुर विश्वविद्यालय के कुलपति,प्रो.जीडी शर्मा ने कहा कि ,जाली अंकसूची मिलने के बाद सुरक्षा मापदंडो में परिवर्तन किया गया है। नए सत्र से मिलने वाली अंकसूची में कई व्यापक बदलाव देखने को मिलेंगे। सुरक्षा की दृष्टि से कई गोपनीय चीजें होंगी। इससे जाली मार्कशीट तैयार करना संभव नहीं होगा। ऑनलाइन डिजीटल उपाधि प्रदान करने की भी योजना है।
Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •