डॉ. मालती एलेन चैरिटेबल ट्रस्ट के पुरस्कार समारोह में कई दिग्गज सम्मानित

जगदीश यादव
कोलकाता। होम्योपैथी चिकित्सा काफी लोकप्रिय हो रही है जहां यह एलोपैथी की तुलना में सस्ता है और वहीं इसके कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है। उक्त बात शुक्रवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कही। वह इस दिन महानगर कोलकाता के उपनगरीय क्षेत्र स्थित साइंस सिटी ऑडिटोरियम में आयोजित डॉक्टर मालती एलेन चैरिटेबल ट्रस्ट के मेडिकल पुरस्कार समारोह में बोल रहे थें। उन्होंने साथ ही देश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में होम्योपैथी और भारतीय चिकित्सा पद्धतियों द्वारा निभाए गए महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। राष्ट्रपति ने कहा कि चिकित्सा पद्धति की बात है तो होम्योपैथी और अन्य भारतीय चिकित्सा पद्धतियों जैसे कि यूनानी व सिद्ध का आज देश में अधिक महत्वपूर्ण रोल है यद्यपि कि इसकी गुणवत्ता भरी चिकित्सा और चिकित्सकों की पहले से भारी कमी रही है।
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में एक होम्योपैथी केंद्र खोला गया है जहां अधिक से अधिक मरीज आ रहे हैं। राष्ट्रपति ने 6वें मालती एलेन नोबल सम्मान समारोह 2017 के लिए देश के 196 होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों तथा पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश के दो कॉलेजों के कई चिकित्सकों को बेहतर योगदान के लिए पुरस्कृत किया।
वैसे बता दें कि इनमें से कई अन्य को इस महीने के आखिर में सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त राष्ट्रपति ने इस मौके पर एलेन महात्मा हाहनेमेन एवार्ड, डाक्टर सरकार एलन स्वामीजी पुरस्कार और डाक्टर मालती एलेन मेमोरियल पुरस्कार से कई लोगों को सम्मानित किया।
उक्त दौरान एलेन होम्योपैथी के कार्यकारी निदेशक अशोक कुमार दास ने कहा कि हमेशा से हमारी कोशिश होम्योपैथी को शिखर पर ले जाने की रही है। दास ने कहा कि मुखर्जी को राष्ट्रपति के दूसरे कार्यकाल के लिए चुना जाना चाहिए। दूसरी ओर, मालती एलन चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध ट्रस्टी जीपी सरकार ने कहा कि वर्तमान में होम्योपैथी देश की 60 फीसद आबादी को सेवा प्रदान कर रही है लेकिन हमारा उद्देश्य इसे और अधिक लोकप्रिय बनाना है।

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