पालिका को मिली 515 अवैध निर्माणों की शिकायत

कोलकाता। विधाननगर पालिका अवैध निर्माणों को बंद करने के लिए कड़ा कदम उठाएगी। पालिका सूत्रों ने बताया कि अब किसी भी निर्माण की योजना को  रियायत के नाम पर किसी तरह की छुट प्रदान कर निर्माण की सम्बंधित विभाग द्वारा हरी झंडी नहीं दिखायी जाएगी। मामले के प्रति  नगर पालिका के मेयर से लेकर विभाग भी गंभीर है।हलांकि पालिका द्वारा कुछ मामलों में रियायत देने का नियम है लेकिन जिस तादात में राजारहाट-गोपालपुर जैसे जगहों पर अवैध निर्माण हो रहे है। यह पालिका के लिये ही नहीं मेयर को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। साफ कहे तो अवैध निर्माण के कारण 77 से ज्यादा कंपनियों के खिलाफ एफआईआर पहले से ही दर्ज किया गया है। वहीं कम से कम 50 अवैध निर्माणों की जांच हो रही है। । ऐसे में पालिका द्वारा उक्त कंपनियों व संगठनों को नोटिस भी भेज दिया गया है। मेयर सब्यसांची  दत्त ने कहा कि उक्त अवैध कामों के खिलाफ उनका जंग जारी रहेगा और जरुरत पड़े तो वह अपने पद की बलि देने के लिये बी तैयार है। सब्यसाची दत्ता ने कहा कि मेरे रहते यहां एक अवैध कार्य नहीं होगा। जो होगा वह योजना के तहत ही होगा।  नगर अधिनियम निर्माण के बाहर किसी को भी निर्माण की मनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा अवैध इमारतों के बारे में शिकायतों पर उचित कानूनी कार्रवाई होगी और उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। जहां तक अवैध निर्माण का सवाल है तो  नरमी का कोई सवाल ही नहीं है।

अवैध निर्माण की शिकायते  नगर पालिका को हर रोज मिल रही है और पालिका को 515 आरोप अभी तक मिल चुके है। नगर पालिका ने शिकायत के आधार पर एक जांच शुरू की है। संबंधित विभाग को काम करने का निर्देश दिया गया है। पालिका सूत्रों ने बताया कि 77 निर्माण कंपनियों के खिलाफ शिकायत के आधार पर एफआईआर किया दर्ज गया है।  सूत्रों ने कहा, सत्तारूढ़ दल के कुछ प्रभावशाली नेता अवैध रूप से निर्माण कंपनी को ठेका दिलाने के काम में रत हैं ऐसे लोगों के खिलाफ भी नगर पालिका ने  अधिकारियों को इस मुद्दे पर जांच के लिये कहा है। साथ ही राज्य के तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व को भी मामले की जानकारी से अवगत कराया गया है। प्रभावशाली तृणमूल कांग्रेस नेताओं को भी मामले से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।जिला तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ज्योतिप्रिया मलिक ने कहा कि किसी को किसी भी तरह के अनैतिक कार्यों में शामिल  होने पर बर्दास्त नहीं किया जाएगा।  दोषी पाने पर उनके खिलाफ कार्रवाी होगी।  प्रारंभ में, आरोपी को एक चेतावनी दी जाएगी। इसके बाद भी उसकी भागीदारी अवैध कामों में होती है तो उक्त  नेताओं के खिलाफ आवश्यक कदम उठाएं जाएगे।

नगरपालिका के सूत्रों ने बताया कि  जांच से पता चला कि  निर्माण के लियो दो तालाब दो पाटा गया है। ऐसे में मामले की रिपोर्ट में भूमि सुधार विभाग को भेज मामले पर रिपोर्ट तलब किया गया है। साथ ही नगर पालिका द्वारा मत्स्य विभाग उक्त  एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। साथ ही पालिका अलग भी एफआईआर दर्ज करेगी। नगर पालिका के एक अधिकारी ने बताया कि बागुईहाटी, केस्टोपुर, कैखाीली व जांगड़ा जैसे जगहों पर कुकुरमुत्तों की तरह अवैध निर्माण हो रहें हैं।  ऐसे में व्याक्तिगत हो या संगठनों से मिली शिकायतें हो नगर पालिका अपने स्तर पर भी अवैध  निर्माणों के कालाफ कार्रवाई करेगी।

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