गणतंत्र दिवस पर मन मोहेगी बंगाल की संस्कृति

जगदीश यादव

कोलकाता। हर वर्ष की तरह इस वर्ष देश की राजधानी दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में 17 राज्यों और केंद्र सरकार के छह मंत्रालयों से झांकी देखने को मिलेगी। इन झांकियों में देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक-आर्थिक विकास से लेकर सूचना प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में राष्ट्र की प्रगति, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण जैसे प्रमुख विषयों का प्रदर्शन किया जाएगा। प्रत्येक झांकी और इसकी महत्वपूर्ण खास है और उक्त राज्य या विभाग द्वारा एक वर्ष तक अपनी झांकी को लेकर मंथन किया जाता है ताकि उनकी झांकी उत्तम हो।

रक्षा मंत्रालय सूत्रों के अनुसार गणतंत्र दिवस की परेड में पश्चिम बंगाल द्वारा अपनी झांकी का थीम शरद उत्सव ऱका गया है । बताया जा रहा है कि बंगाल की झांकी मन मोह लेगी। वहीं ओडिशा डोला जात्रा, महाराष्ट्र लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, हरियाणा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और अरुणाचल प्रदेश द्वारा याक डांस को झांकी थीम बनाया गया है। पश्चिम बंगाल शरद उत्सव थीम ग्रामीण बंगाल की हरियाली की पृष्ठभूमि में प्राचीन सफेद पुष्प की उपस्थिति शरद ऋतु के आगमन का संकेत है। शरद उत्सव को दुर्गा पूजा उत्सव के नाम से भी जाना जाता है जो कि विश्व प्रसिद्ध है। बंगाल में शरद उत्सव एकमात्र ऐसा धार्मिक त्योहार है, जिसको न सिर्फ राज्य बल्कि भारत और दुनिया भर में उत्साह के साथ मनाया जाता है। आज यह दुनिया के सबसे बड़े कला कार्निवलों में से एक बन चुका है। इसके अंतर्गत पूजा पंडालों की आतंरिक और बाहरी सजावट को विशिष्ट शैली के साथ प्रशिक्षित कलाकारों द्वारा क्रियान्वित किया जाता है। उक्त झांकी में बंगाल के मजे हुए कलाकारों को  स्थान दिया गया है।

Spread the love
  • 4
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
    4
    Shares
  •  
    4
    Shares
  • 4
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •