बंगाल क्षेत्र भी पुरी पीठ क्षेत्र के दायरे में आता है

देवाशिष चटर्जी
सागरद्वीप।n3 जहांतक नोटबंदी की बात तो भले ही केन्द्र की नियत  साफ रही हो लेकिन कार्यशैली में कुछ त्रुटियां रही है। काम करने के लिये जो टीम तैयार की गई थी उक्त टोली में दुरदर्शिता की कमी रही है।  उक्त बात शनिवार को पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने सागरद्वीप में  कही।  उन्होंने  कहा कि राजनीतिक दल अपनी मजबूरी व दोहरेपन के चलते कई बार देश हीत की अनदेखी कर जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी राजनीतिक दल दल के सत्ता लोलुपता में आकर गलत कदम उठा सकती है। शंकराचार्य ने गंगासागर के मामले पर कहा कि तीर्थस्थलों को विकास के नाम पर दिशाहीन नहीं किया जाये। यहां पर्यटन को थोपकर तीर्थ के मूल स्वारुप को नष्ट नहीं करें। उन्होंने गंगासागर तीर्थ स्थल के मामले पर उनसे बात करना चाहिए कारण बंगाल क्षेत्र भी पुरी पीठ क्षेत्र के दायरे में आता है। जगदगुरु ने कहा कि मैने कभी बंगाल के आगे पश्चिम शब्द का विरोध किया था। जहां तक गंगासागर की बात है तो इसके ुपयोग कोई भी वोटतंत्र के रुप में नहीं करें। वरना चार कुम्भ की तरह यह पवित्र आयोजन मेला में बदल जाएगा।  शंकराचार्य ने एक प्रश्न के उत्तर में में कहा कि जहां तक बात हिन्दुओं की है तो उनकी उदारता को कमजोरी नहीं समझा जाये।
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