पुण्य स्नान देर रात से
अबतक गंगासागर पहुंचे 12 लाख तीर्थयात्री
संगीनों के साये में सागरद्वीप
मंत्री का दावा नोटबंदी पर भारी जन आस्था
सागरद्वीप। जैसे – जैसे समय का चक्का घुमता रहा गंगा व सागर के संगम स्थली गंगा सागर में जनआस्था का सैलाब सागर तट पर उमड़ता रहा। रात हो या दिन संगम में स्नान के लिये पुण्यार्रथी उतावले देखें। पंचायत मामलों के मंत्री सुब्रत मुखर्जी की माने तो खबर के लिखे जाने तक लगभग 12 लाख लोगों ने संगम में मोक्ष की की कामना के तहत -डुबकी लगाई। उक्त पुण्यार्थियों में इस राज्य से कम देश-विदेश के विभिन्न भागों से आये तीर्थयात्री थें। साथ ही उन्होंने भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना कर सागरद्वीप में ही दान-पुण्य किया।
जिले के डीएम पीबी सलीम ने एक बार फिर स्वचछता व पुख्ता व्यवस्था की बात कहते नहीं थके।उन्होंने एक बार फिर साफ सफाइ को दुरुस्त करार देते हुए व्यवस्था को पुख्ता बताया। शुक्रवार की सुबह से ही तेजी के साथ सागरद्वीप में पुण्यार्थियों का रेला समय के साथ ही बढ़ता देखा गया व यहां रात गहराने के साथ ही सागर तट पर भीड़ बढ़ती चली गई। प्रशासन के मुताबिक बारह लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने सागर में डुबकी लगाई। लेकिन कुछ एनजीओ व स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बार काफी कम लोग सागर में आये हैं जिसका सबसे बड़ा कारण नोटबंदी है।इधर सागरद्वीप में संगम में स्नान के बाद तीर्थयात्री कपिल मुनि के मंदिर की ओर कतारों में बढ़ते रहें व कपिल मुनि का दर्शन कर अपने को धन्य समझा। आंखों देकी हाल तो यह रहा कि यहां मंदिर परिसर में बैरिकेड में खड़े कई ऐसे पण्यार्थी थें जो संगम स्नान व कपिल दर्शन के बाद अपनी खुशी व भवनाओं को रोक नहीं सके थें जो उनकी आंखों के रास्ते आंसूओं के रुप में बाहर आ गया था। वैसे उन लोगों की संक्या भी काफी है जो शुक्रवार यानी आज मकर संक्रांति का पुण्य स्नान करगें। पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद ने गंगा आरती करेगें।