तस्कर बांग्लादेश से लाये थें वन जीवों को

कोलकाता। दक्षिण 24 परगना जिले के सुदंरवन इलाके से पुलिस ने दुर्लभ प्रजाति के गोह यानी बिसखोपरा सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किये गये आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से विरल प्रजाति के तीन गोह  बरामद किए गए। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग अजगर बेचने की फिराक में है। शनिवार रात इस सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चारों आरोपियों को अजगर समेत धर दबोचा। गिरफ्तार किये गये तस्करों में मंसूर अली खान, अजीजुल हक गाजी, निताई सर्दार व वीना पुरकायत शामिल हैं। आरोपियों से प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि ये गोह बांग्लादेश से लाये गये थे और आरोपी इन्हें बेचने की कोशिश में थे।Sundarban-Slide-2

भारत में गोहों की छ: जातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें कवरा गोह सबसे प्रसिद्ध है। इसके बच्चे चटकीले रंग के होते हैं, जिनकी पीठ पर बिंदियाँ पड़ी रहती हैं और जिन्हें हमारे देश में लोग बिसखोपरा नाम का दूसरा जीव समझते हैं। लागों का ऐसा विश्वास है कि बिसखोपरा बहुत जहरीला होता है, लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं। बिसखोपरा कोई अलग जीव न होकर गोह के बच्चे हैं, जो जहरीले नही होते।दरसअल, गोह का मांस और खाल शक्तिवर्धक औषधि समेत आदि दवाईयों को बनाने में उपयोग किया जाता है. देश में गोह की पांच प्रजातियां पाई जाती हैं, जो लगातार शिकार होने के कारण लुप्त होती जा रही हैं.  भारत में गोहों की छ: जातियां पाई जाती हैं, जिनमें कवरा गोह सबसे प्रसिद्ध है.

Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •