कोलकाता। रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर 74 लाख रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य विक्रम रावत को क्राइम ब्रांच की टीम कोलकाता से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार को पुलिस ग्वालियर ले गई है। पुलिस टीम उससे पूछताछ कर पता लगा रही है कि उसके रैकेट में और कौन-कौन शामिल है और उसने ठगी की रकम कहां पर रखी है।  ठग ने कुछ युवाओं को जाली कॉल लेटर दिए थे। इसके साथ ही उन्हें फर्जी ट्रेनिंग भी कराई थी। ठगी की यह वारदात एक साल पहले हुई थी। कुछ समय पहले दतिया के रवि कुमार ने एसएसपी हरिनारायणाचारी मिश्र को एक शिकायत की थी। इसमें बताया कि एक व्यक्ति ने उसे और उसके जैसे अन्य ग्वालियर व दतिया के बेरोजगारों को रेलवे में नौकरी का सपना दिखाकर करीब 74 लाख रुपए ठगे हैं। रवि ने पुलिस को बताया था कि एक साल पहले उसे विक्रम रावत नामक युवक मिला था।

उसने रेलवे में नौकरी लगवाने की बात कही थी। इस पर वह और उसके कुछ साथी विक्रम के संपर्क में आए। विक्रम ने उनसे पश्चिम बंगाल रेलवे में नौकरी लगवाने की बात कही और इसके लिए 74 लाख रुपए लिए। इसके बाद उसने सभी लोगों को कोलकाता बुलाया। यहां उनकी ट्रेनिंग भी कराई, जिससे युवकों को लगा आदमी सही है। ट्रेनिंग के बाद 15 दिन में घर पर कॉल लेटर पहुंचने की बात कही गई। इसके बाद उन्हें जाली कॉल लेटर भी मिले, लेकिन नौकरी नहीं लगी। जब पीड़ितों ने आरोपी की तलाश की तो वह नहीं मिला। इस पर ठगी के शिकार युवाओं ने ग्वालियर पुलिस से शिकायत की थी। इसके बाद क्राइम ब्रांच को मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई। 5 दिन पहले पुलिस की एक टीम कोलकाता आई थी। टीम ने कोलकाता में विक्रम रावत को गिरफ्तार किया है। उसको लेकर क्राइम ब्रांच शनिवार को रवाना हुई थी।

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