गिरफ्तारों ने उगले श्री कृष्ण नर्सिंग होम के मालिक के नाम

कोलकाता।बाल तस्करी मामले में तमाम तरह के तथ्य मिल रहें हैं।सीआईडी ने अंतरराष्ट्रीय बाल तस्कर गिरोह में कथित संलिप्तता को लेकर कोलकाता के एक नर्सिंग होम के मालिक को आज गिरफ्तार किया। सीआईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कॉलेज स्ट्रीट स्थित श्री कृष्ण नर्सिंग होम के मालिक पार्थ चटर्जी को आज सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। उक्त गिरफ्तारी पहले से गिरफ्तार आरोपियों से मिली जानकारी के बाद की गई। सीआईडी अधिकारी ने बताया कि ‘‘पूछताछ के लिए पहले उसे हिरासत में लिया गया लेकिन वह अपने जवाब से हमें संतुष्ट करने में नाकाम रहा जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।’’ इसी नर्सिंग होम से संबद्ध 60 वर्षीय डॉ. संतोष कुमार सामंत को भी इस मामले में कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया था । इसके अलावा इसी नर्सिंग होम की परोमिता चटर्जी और बेहला में स्थित साउथ व्यू नर्सिंग होम की प्रभा प्रमाणिक तथा पुतुल बनर्जी को भी कल शाम गिरफ्तार किया गया था। खुफिया जानकारी के बाद बदुरिया के एक निजी नर्सिंग होम में सीआईडी ने छापा मारा था जिसके बाद सोमवार को वहां से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान नजमा बीवी, उत्पला ब्यापारी, अमिरूल बिस्वास, स्थानीय नर्सिंग होम के मालिक असदुर जमान, एक गैर सरकारी संगठन के कार्यकर्ता सत्यजीत सिन्हा, एक क्लिनिक के मालिक बकबूल बैद्य और वकील प्रभात सरकार और उसके सहयागी झंटू बिस्वास के रूप में की गई है। इस रैकेट में वे लोग नवजात शिशुओं का अन्य राज्यों और विदेशों में तस्करी करते थे।

ज्ञात रहे कि राज्य पुलिस के सीआइडी की टीम ने उत्तर 24 परगना के दो नर्सिंग होम में गुप्त अभियान चलाकर ऊंची कीमतों पर बच्चों को बेचने के आरोप में कुल छह नर्सिंग स्टाफ को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम सत्यजीत सिन्हा, नाजमा बीबी, अमीना बीबी, बाबुल बैद, अशादुज्जमां और अमिरुल विश्वास हैं। सीआइडी सूत्रों के मुताबिक, उन्हें गुप्त जानकारी मिली थी कि उत्तर 24 परगना के कुछ नर्सिंग होम के स्टाफ अस्पताल में भर्ती होनेवाली गर्भवतियों को मृत बच्चा पैदा होने की जानकारी देकर उनके स्वस्थ बच्चों को ऊंची कीमतों पर दूसरों को बेच दे रहे हैं। इस जानकारी के बाद सीआइडी की टीम ने जाल बिछाकर गुप्त अभियान चलाया और खुद को ग्राहक बताकर इस तरह के दो नर्सिंग होम के अधिकारियों से बातचीत की और ऊंची कीमत पर सौदा तय होने पर सीआइडी की टीम बच्चों को खरीदने उस नर्सिंग में पहुंची थी। जैसे ही अस्पताल के स्टाफ दो बच्चे को लेकर उन्हें सौंपने पहुंचे, सभी को गिरफ्तार कर लिया गया. उन दोनों बच्चों की मां से पूछने पर पता चला कि गिरफ्तार स्टाफ ने उनका बच्चा मृत पैदा होने की जानकारी दी थी।  इसके बाद से परिवार में शोक व्याप्त था. सीआइडी अधिकारियों का कहना है कि रुपये की खातिर मां की गोद उजाड़नेवाले इस तरह के नर्सिंग होम की काली करतूत के खिलाफ उनका अभियान आगे भी जारी रहेगा।

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