एनबीएसटीसी की देश में पहला खास पहल

कोलकाता। मानव जीवन में शौंच की व्यवस्था का उतना ही अहमियत है जितना अन्य मूलभूत जरुरतों का। देश में पहली बार बंगाल में कुछ खास बसों में बॉयो टॉयलेट की व्यवस्था होगी। राज्य की परिवहन संस्था एनबीएसटीसी ने अगले माह से बंगाल में बॉयो टॉयलेट युक्त 70 बसें चलाने का निर्णय लिया है। इस तरह की बसें देश में पहली बार बंगाल में चलेंगी। एनबीएसटीसी के चेयरमैन मिहिर गोस्वामी ने बताया कि दूर-दराज के बस यात्रियों की सुविधा के लिए इस तरह के शौचागार युक्त बसों को तैयार किया गया है। पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए भी बॉयो टॉयलेट की व्यवस्था कारगर होगी। इन बायो टॉयलेट युक्त बसों में से कुछ बसें कोलकाता-उत्तर बंगाल मार्गों पर चलेंगी और कुछ बसें लंबी दूरी तक चलायी जायेंगी। संस्था के एक सदस्य ने बताया कि इसके लिए यात्रियों को अतिरिक्त किराया नहीं देना होगा। बाकी बसों को किस रूट पर चलाया जाएगा, इस संबंध में फैसला नहीं लिया गया है। पर्यटन पर निर्भर उत्तर बंगाल के मद्देनजर बायो टॉयलेट युक्त बसें काफी लाभकारी हो सकती हैं। गौरतलब है कि उत्तर बंगाल पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कई पहल की है। इसीलिए उत्तर बंगाल परिवहन निगम (एनबीएसटीसी) ने भी कई परियोजनाएं शुरू की है। बताया गया है कि राज्य सरकार ने एनबीएसटीसी को 30 बसें प्रदान की थीं। इसके बाद राज्य सरकार ने एनबीएसटीसी को और 40 बसें देने का फैसला किया है। इसके लिए एनबीएसटीसी ने राज्य सरकार से आवेदन किया था। खैर कहा जा रहा है कि देर आयद लेकिन दुरुस्त आयद की बात ही अलग है।

 

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